Ayodhya News: प्रभु श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में राम मंदिर की भव्यता में एक और नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। मंदिर परिसर के अंगद टीला पर, जो संत तुलसीदास मंदिर के समीप स्थित है, वहां प्रभु राम की एक विशेष प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह प्रतिमा अपनी बनावट और इसमें प्रयुक्त बेशकीमती धातुओं के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है।

करोड़ों की कीमत और कर्नाटक का शिल्प

यह दिव्य प्रतिमा खास तौर पर कर्नाटक में तैयार करवाई गई है। इसकी विशेषताएं आपको चकित कर देंगी।

वजन और धातु: इस प्रतिमा का कुल वजन लगभग 5 क्विंटल (500 किलो) है।

रत्नजड़ित चमक: यह कोई साधारण प्रतिमा नहीं है, बल्कि इसमें सोने, हीरे और बहुमूल्य रत्नों का जड़ाऊ काम किया गया है।

कीमत: इसकी अनुमानित लागत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। अब यह प्रतिमा अयोध्या पहुंच चुकी है और जल्द ही इसका अनावरण किया जाएगा।

चंपत राय ने किया भूमि पूजन

प्रतिमा की स्थापना और आगामी कार्यक्रमों के लिए अंगद टीला परिसर में भूमि पूजन का कार्य संपन्न हो चुका है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच इस पावन कार्य की शुरुआत की। इस दौरान ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र सहित समिति के कई महत्वपूर्ण सदस्य मौजूद रहे। अब यहां भव्य पंडाल और मंच तैयार करने का काम जोरों पर है।

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धार्मिक उत्सवों की समय-सारणी

ट्रस्ट के अनुसार, प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम 29 दिसंबर 2025 से 2 जनवरी 2026 तक चलेंगे।

दूरदर्शन पर लाइव: गर्भगृह में होने वाले श्री राम अभिषेक, श्रृंगार और प्रकट्य आरती का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।

मंडल पूजा: 27 से 31 दिसंबर तक यज्ञशाला में विशेष मंडल पूजा होगी, जिसकी अध्यक्षता जगद्गुरु मध्वाचार्य श्री विश्व प्रसन्न तीर्थ स्वामी करेंगे।

अब राम दरबार’ नहीं, राम परिवार कहिए

एक बड़ा बदलाव मंदिर के शब्दावली में भी किया गया है। ट्रस्ट की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया है कि अब प्रथम तल पर विराजित राजा राम, मां सीता और पूरे दरबार को राम परिवार के नाम से पुकारा जाएगा। जल्द ही मंदिर की वेबसाइट और दर्शन पासों पर भी राम दरबार की जगह राम परिवार लिखा नजर आएगा।

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