प्रकाश सिंह
गोंडा: विधानसभा चुनाव अब काफी करीब आ चुका है। 2022 के तिमाही में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अब हर पार्टी पूरी तरह से जुट चुकी हैं। आपको बता दें कि आज विधानसभा कर्नलगंज 298 से पूर्व में विधायक रहे आगामी विधानसभा प्रत्याशी योगेश प्रताप सिंह परसपुर विकासखंड के ग्रामसभा गज सिंह पुर से अपने चुनावी प्रचार की शुरुआत की।
उन्होंने ग्रामसभा गज सिंह पुर में मां काली के मंदिर में हो रही दुर्गा पूजा में पहुंच कर पूजा अर्चना की व वहां मौजूद जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अब हमारा प्रचार-प्रसार नहीं रुकना। मैं हमेशा से आप लोगों का हमदर्द बन कर रहा हूं और आगे भी रहूंगा। इसके बाद उन्होंने बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी की चर्चा करते हुए कहा कि मैं यह नहीं कहता कि आप मुझे वोट दें। मुझे विधायक बनाएं। लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि आप लोग अपना अपने बच्चों का भविष्य देख कर मतदान करें।
आपको बता दें सरकारी अफसर बनकर शान शौक की जिंदगी जीना सभी युवाओं का सपना होता है। लेकिन इस सपने को अपने पिता की इच्छाओं को देखते हुए इन्होंने एक अनोखी मिसाल पेश की। योगेश प्रताप सिंह की राजनीतिक जिंदगी की कहानी बेहद ही रोचक है, वह प्रशासनिक अफसर बन गए थे। लेकिन पिता की प्रतिबद्धता ने उन्हें राजनीति में ला खड़ा किया। ‘न थके हैं पांव कभी और न ही हिम्मत हारी है, हमने देखे हैं और कई और सफर आज भी जारी है।’ यह उनका विशेष वाक्य था।
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सेवा में संघर्षों की मिसाल बन चुके योगेश प्रताप सिंह मधुर वाणी से प्रेरणा ही नहीं बिखेरते बल्कि अपने काम से भी लोगों का मन मोह लेते हैं। आपको बता दें कर्नलगंज से विधायकी लड़ रहे योगेश प्रताप सिंह की शैक्षिक योग्यता (बीए एलएलबी) है। विधायक प्रत्याशी योगेश प्रताप सिंह के पिता उमेश्वर प्रताप सिंह राजीव गांधी के जमाने में विधायक थे। योगेश प्रताप सिंह को राजनीति विरासत में मिली हैं।
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