Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ‘सोशल मीडिया वाले नेता’ हैं और लगातार हार से हताश हो चुके हैं। मंत्री ने अखिलेश पर चुनाव आयोग को बदनाम करने का आरोप लगाया।
अखिलेश को लोकतंत्र की नहीं, कुर्सी की चिंता है
अखिलेश यादव के ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर जवाब देते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, अखिलेश यादव लोकतंत्र के मसीहा नहीं, बल्कि सपा के गुंडा-राज के वारिस हैं। उन्हें कुर्सी की चिंता ज़्यादा है, लोकतंत्र की नहीं। उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है कि सपा का मतलब ‘गुंडा-राज’ और भाजपा का मतलब ‘सुशासन’ है। सिंह ने कहा कि हताश अखिलेश अपनी डूबती नैया को बचाने के लिए चुनाव आयोग पर उंगली उठा रहे हैं।
सपा का इतिहास है बूथ कैप्चरिंग
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा का इतिहास बूथ कैप्चरिंग, मतदाता सूची में हेरफेर और चुनावी हिंसा से भरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2012 से 2017 तक यूपी में लोकतंत्र नहीं, बल्कि गुंडा-राज चला। मंत्री ने 2009 के मैनपुरी चुनाव का उदाहरण दिया, जहां एक बड़े सपा नेता की मौजूदगी में बूथ पर पुलिस पर हमला हुआ, लेकिन कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
इसे भी पढ़ें: बंगाल की सच्ची दास्तां पर आधारित फिल्म The Bengal Files का ट्रेलर रिलीज
आरोप झूठे, चुनाव आयोग अब पारदर्शी है
उन्होंने अखिलेश के आरोपों को पूरी तरह झूठा और निराधार बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने इन आरोपों की जांच की, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला। उन्होंने कहा कि वीवीपैट और कड़ी निगरानी जैसे सुधारों ने सपा की बूथ कैप्चरिंग की राजनीति को खत्म कर दिया है, यही वजह है कि अखिलेश बेचैन हैं। स्वतंत्र देव सिंह ने सपा के शासनकाल को याद करते हुए कहा कि उस समय अपराधी और बाहुबली चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा होते थे और मतदान केंद्रों पर खुलेआम कब्ज़ा करते थे।
इसे भी पढ़ें: मशहूर सिंगर हार्दिक दवे समेत 4 म्यूजिशियन की मौत