सुमित मेहता की रिपोर्ट
Beware of AI: सोशल मीडिया का दायरा बहुत व्यापक हो चुका है। इसके विस्तार को देखते हुए लगभग सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों ने एआई का उपयोग शुरू कर दिया है। एआई से लोगों को जहां पलक झपकते ही दुर्लभ जानकारियां व न्यूज मिल जा रही है, वहीं गलत तथ्यों की जानकारी एआई के गंभीर परिणाम की ओर संकेत कर रहे हैं। जिस तरह लोग एआई पर निर्भर होते जा रहे हैं, उससे यह तो कहा जा सकता है कि भविष्य बहुत घातक होने वाला है। AI Grok के कुछ तथ्यों की रिपोर्ट हम आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे जिससे हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि गलत तथ्यों पर एआई तो माफी मांग लेगा, पर ऐसे आंकड़ों को प्रस्तुत कर आप मुसीबत में आ सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उपलब्ध AI Grok लोगों को खूब पसंद आ रहा है। लोग ग्रोक से न्यूज़ फैक्ट चेक से लेकर AI तस्वीरें बनवा रहे हैं और ग्रोक द्वारा दी जा रही जानकारी को सही मान रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, Grok को हमने दो बार गलत जानकारी देते हुए पकड़ा, जिसके बाद हुए कई सवाल और आखिरी में Grok ने माफी मांगी।

दरअसल, इस बार बताया कि, नरेंद्र मोदी अपना पहला चुनाव 1985 में लड़े थे। जोकि साबरमती विधानसभा उपचुनाव था, इसमें उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार संजय जोशी ने करीब पांच हजार वोटों से हराया था। लेकिन यह जानकारी गलत है। बाद में इसके साक्ष्य देने के लिए बोला तो Grok द्वारा कई समाचार पत्रों के लिंक दिए गए, लेकिन किसी में भी इस बात का जिक्र नहीं है कि नरेंद्र मोदी कभी भी साबरमती से चुनाव लड़े।
ग्रोक के इस दावे को लेकर काफी देर तक गूगल पर रिसर्च की गई। कई चुनाव की रिजल्ट्स देखे। कई लेख पढ़ें, लेकिन कोई इससे जुड़ी जानकारी नहीं मिली और तब Grok से सवाल किया तो आखिरी में उसने माना कि गलती हो गई।

वहीं Google AI Gemini से ग्रोक द्वारा दी गई जानकारी को लेकर जब सवाल किया गया तो उसने बताया कि नरेंद्र मोदी के 1985 में साबरमती विधानसभा उपचुनाव में संजय जोशी (कांग्रेस उम्मीदवार) से 5000 वोटों से हारने की जानकारी गलत है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, नरेंद्र मोदी ने कभी भी साबरमती विधानसभा उपचुनाव नहीं लड़ा है।
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ग्रोक ने इससे पहले भी गलती की थी और उसके लिए माफी मांगी थी। AI की यह गलती बताती है कि उस पर आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जा सकता है, इसलिए हमेशा AI द्वारा दी जा रही जानकारी को क्रॉस चेक जरूर करें। अन्यथा यह बहुत भारी पड़ सकती है।
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