Gonda: सरकार एक तरफ जहां गरीबों को बड़ी राहत देते हुए मुफ्त राशन देने का काम कर रही है, वहीं कोटेदार व भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत से गरीबों को उनके हक से वंचित किया जा रहा है। मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद के विकासखंड करनैलगंज अंतर्गत ग्राम पंचायत शीशामऊ का है। आरोप है कि कमीशनखोर कोटेदार गुलाम हुसैन पात्रों को राशन देने में हीलाहवाली कर रहा है। क्षेत्र के कई ऐसे पात्र परिवार हैं, जिनके कमीशन न मिलने की वजह से राशनकार्ड को निरस्त कर दिया गया है। ऐसे परिवार के सदस्य कोटेदार और उच्च अधिकारियों के चक्कार काफी दिनों से लगा रहे हैं, पर उनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है।
शिकायतकर्ता संजय कुमार दुबे पुत्र विजलेश्वरी प्रसाद दुबे ने बताया कि कोटेदार ने उसका राशन कार्ड निरस्त करा दिया है। उन्होंने बताया कि कोटेदार गुलाम हुसैन दबंग किस्म का है, जो अपनी दबंगई के बल पर आज भी लोगों को मानक से कम राशन देता है। पहुंच और रसूख के चलते अधिकारी भी उसके खिलाफ कार्रवाई करने से परहेज करते हैं। संजय कुमार ने बताया कि कोटेदार के खिलाफ गांव के कई लोग उच्च अधिकारियों से शिकायत कर चुके है, लेकिन कार्रवाई तो दूर अभी तक उसके खिलाफ कोई जांच तक नहीं हुई। इसी ग्राम पंचायत के हरिशंकर पांडेय सहित अन्य लोगों ने भी कोटेदार पर दबंगई व मनमानी करने का आरोप लगाया है।
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गौरतलब है कि केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। लेकिन भ्रष्ट और कमिशनखोर अधिकारियों के चलते पात्र लोगों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। अधिकारियों के फर्जी आंकड़े का सच मानकर जहां सरकार यह मान रही है कि उसकी योजनाओं का लाभ गरीबों को मिल रहा है। वहीं सरकार की योजना से जनता कितना खुश है, इसका परिणाम बीते लोकसभा चुनाव के नतीजों में देखने को मिल गया है। आरोप है कि सप्लाई इंस्पेक्टर और कोटेदार मिलकर गरीबों के राशन में घटतौली के नाम पर धाधली कर रहे हैं। इस संदर्भ में जिम्मेदार लोगों से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई उचित जवाब नहीं मिल सका।
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