Agniveer: देश की रक्षा के लिए सियाचिन में तैनात देश के पहले अग्निवीर गावटे अक्षय लक्ष्मण शहीद (Gavate Akshay Laxman martyr) हो गए हैं। देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीर गावटे अक्षय लक्ष्मण (Gavate Akshay Laxman) की शहादत पर सेना ने उनके बलिदान को सलाम किया है। लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर में तैनात अग्निवीर (ऑपरेटर) गावटे अक्षय लक्ष्मण ((Gavate Akshay Laxman) एक ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए हैं।
भारतीय सेना ने अग्निवीर (ऑपरेटर) गावटे अक्षय लक्ष्मण की शहादत पर सोशल मीडिया पोस्ट पर एक शोक संदेश में लिखा है कि हम दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। अक्षय लक्ष्मण की शहादत किस वजह से हुई है, यह जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। वहीं चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे और भारतीय सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी करते हुए शहीद हुए अग्निवीर गावटे अक्षय लक्ष्मण को श्रद्धांजलि दी है। बताते चलते कि सियाचिन में तैनात शहीद गावटे अक्षय लक्ष्मण मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले थे। उनकी तैनाती लेह मुख्यालय वाली भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में थी।
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गौरतलब है कि इससे पहले 11 अक्टूबर को पुंछ सेक्टर में संतरी ड्यूटी के दौरान अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या की वजह से सेना ने अमृतपाल को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया था। क्योंकि इस तरह के मामलों में सैन्य अंत्येष्टि का अधिकार नहीं है। विपक्षी दलों की तरफ से इस पर राजनीति किए जाने पर सेना ने बताया था कि हर वर्ष करीब 140 जवान आत्महत्या या चोटों के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसी स्थिति में सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर देने का प्रावधान नहीं है।
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