लखनऊ। हाल ही में पांच राज्यों के आए चुनावी नतीजों ने कांग्रेस पार्टी को एकबार फिर तगड़ा झटका दिया है। इन पांच राज्यों में सबसे खराब खराब प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी का रहा है। असम, केरल, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी की बात की जाए तो कांग्रेस की स्थिति बेहद शर्मनाक रही है। हालांकि वर्ष 2014 के बाद से ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस खुद के लिए नहीं बल्कि भाजपा को हराने की लिए चुनाव लड़ती है। शायद वहीं वजह है कि चुनाव बाद जहां अन्य पार्टियों का प्रदर्शन दिखता है वहीं कांग्रेस एक और पायदान खिसक कर नीचे चली जा रही है। आजादी के बाद यह पहली बार है जब कांग्रेस और लेफ्ट को बंगाल में एक भी सीट हासिल नहीं हो पाई है। वहीं हैरान करने वाली बात यह है कि राहुल गांधी ने जिन उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया उनकी जमानत तक जब्त हो गई।
बीजेपी का शानदार रहा प्रदर्शन
राहुल के नेतृत्व पर पहले ही सवाल उठ रहा था वहीं पांच राज्यों में कांग्रेस के प्रदर्शन को देखकर यही लगता है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी में गतिरोध और तेज होगा। कांग्रेस को तमिलनाडु में डीएमके का सहयोगी होने के नाते सत्ता में आने का मौका जरूर मिल गया। गौरतलब है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में लोगों का सबसे ज्यादा ध्यान पश्चिम बंगाल के चुनाव पर था। यह लग रहा था कि यहां सीधी टक्कर सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच है। लेकिन चुनावी नतीजों ने सबको चौंका दिया और तृणमूल कांग्रेस को एकतरफा जीत हासिल हुई। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के लिए राहत देने वाली बात यह है कि वह 3 से 77 सीटें हासिल करने में सफल हुई है। इसे पार्टी का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन माना जा सकता है।
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गठबंधन के 49 उम्मीदवारों की जमानत जब्त
पश्चिम बंगाल में सबसे बुरी स्थिति किसी की हुई है तो वह लेफ्ट और कांग्रेस गठबंधन का है। पश्चिम बंगाल का तीसरा फ्रंट यानि कांग्रेस, लेफ्ट और आईएसएफ के गठबंधन को तगड़ा झटका लगा है। आलम यह है कि गठबंधन के 50 फ़ीसदी उम्मीदवार जमानत तक नहीं बचा पाए। वहीं कांग्रेस के लिए सबसे बुरी खबर यह है कि जिस सीट पर प्रत्याशी के पक्ष में राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार किया था उस उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई है। बता दें कि पष्चिम बंगाल के 292 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस और लेफ्ट वाले तीसरे मोर्चे के 49 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। वहीं तीसरे घटक दल आईएसएफ को एक सीट हासिल करने में सफलता मिली गई है। ज्ञात हो कि 14 अप्रैल को राहुल गांधी ने पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में नक्सबाड़ी और गोलपोखर में चुनाव प्रचार किया था। यहां कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई है।
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