नयी दिल्ली। ताउते चक्रवाती तूफान ने देश के कई राज्यों में हाहाकार मचाया है। मुंबई से 175 किलोमीटर दूर समंदर में उठे चक्रवात में फंसकर हीरा ऑयल फील्ड्स के पास एक भारतीय जहाज डूब गया। इसके बाद से राहत और बचाव कार्य में जुटी भारतीय नौसेना 146 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 130 लोग अभी भी लापता हैं, उनकी तलाश जारी है।
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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खराब मौसम और समंदर में उफान मारती लहरों की वजह से एक और बार्ज GAL कंस्ट्रक्टर भी मुसीबत में फंसा हुआ है, जिसमें 137 लोग सवार हैं। इस बार में भी लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए नौसेना ने अपने इमरजेंसी टोइंग वेसल वाटर लिली के साथ दो सपोर्ट वेसल भेजे हैं। इसके अलावा भारतीय इंडियन कोस्ट गार्ड शिप सम्राट भी जहाज के पास मौजूद है और समंदर में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम शुरू है।
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वहीं एक अधिकारी के मुताबिक नौसेना ने बचाव कार्य के लिए मंगलवार की सुबह पी-81 को तैनात किया था। यह खोज एवं बचाव कार्यों के लिए नौसेना का एक बहुमिशन समुद्री गश्ती विमान है। आगे अधिकारी ने कहा कि पूरी रात समुद्र में चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करते हुए खोज और बचाव कार्य चलाया गया। मंगलवार सुबह छह बजे तक पी—305 से 146 लोगों को बचा लिया गया है। आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता ने 111 लोगों को बचाया, अपतटीय सहायता पोत ग्रेटशिप अहिल्या ने 17 लोगों को और ओएसवी ओशन एनर्जी ने 18 लोगों को बचाया है। नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि बजरा गल कन्स्ट्रक्टर बहकर कोलाबा पॉइंट के उत्तर में 48 समुद्री मील दूर चला गया, इसमें 137 लोग सवार हैं। एक आपातकालीन टोइंग पोत ‘वाटर लिली’, दो सहायक पोत और सीजीएस सम्राट को क्षेत्र में मदद के लिए तथा चालक दल के सदस्यों को बचाने के लिए भेजा गया है।
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अन्य भी फंसे
प्रवक्ता ने कहा कि आईएनएस तलवार एक अन्य तेल रिग सागर भूषण और बजरे एसएस-3 की मदद के लिए जा रहा है। दोनों ही अभी पीपावाव बंदरगाह से लगभग 50 समुद्री मील दक्षिण पूर्व में हैं। सागर भूषण में 101 और बजरे एसएस-3 पर 196 लोग सवार हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के पी81 निगरानी विमान की तैनाती के साथ ही आज सुबह यह बचाव अभियान और व्यापक किया गया।
तैनात होंगे हेलीकॉप्टर
मौसम की स्थिति देखते हुए राहत एवं बचाव के लिए नौसेना के हेलीकॉप्टर भी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा राहत एवं बचाव के प्रयास जारी रहेंगे, अभियान को अधिक व्यापक बनाने के लिए नौसेना के और संसाधन भी तैयार हैं।
सोमवार को भी हुयी थी घटना
इससे पहले, सोमवार को निर्माण कम्पनी ‘एफकान्स’ के बंबई हाई तेल क्षेत्र में अपतटीय उत्खनन के लिए तैनात दो बजरे लंगर से खिसक गए थे और वे समुद्र में अनियंत्रित होकर बहने लगे थे, जिसकी जानकारी मिलने के बाद नौसेना ने तीन फ्रंटलाइन युद्धपोत तैनात किए थे।
उत्तर प्रदेश पर भी होगा असर
महाराष्ट्र तथा अन्य पश्चिमी तटीय इलाकों में कहर ढा रहे चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ का असर उत्तर प्रदेश में भी दिखाई देगा और आने वाले दिनों में प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान का असर जल्द ही उत्तर प्रदेश में भी दिखाई देगा और इसके परिणाम स्वरूप आगामी 19 मई को राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है।