Lucknow News: भारतीय प्रमाणन उद्योग में नई इबारत लिखते हुए TNV सर्टिफिकेशन लिमिटेड ने अपना रूपांतरण कर लिया है। अब यह कंपनी TNV ग्लोबल लिमिटेड के नाम से जानी जाएगी। 2007 में स्थापित यह संस्था अब केवल प्रमाणन कंपनी नहीं रह गई, बल्कि रेगुलेटरी टेक्नोलॉजी (RegTech) संगठन के रूप में नई पहचान बनाने की ओर अग्रसर है।
कंपनी का लक्ष्य है कि वह भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली पहली भारतीय प्रमाणन कंपनी बने। इसी रणनीतिक बदलाव के तहत TNV ग्लोबल ने अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए फिनटेक समाधान, डिजिटल पहचान सेवाएं, साइबर सिक्योरिटी और ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म जैसी नई पेशकशें शुरू की हैं।
कंपनी के प्रबंध निदेशक प्रग्येश कुमार सिंह ने कहा, यह सिर्फ नाम बदलना नहीं है बल्कि एक तकनीक-आधारित संगठन बनने की दिशा में हमारा विज़न है। हमारा उद्देश्य आधुनिक अर्थव्यवस्था की जटिल अनुपालन और नियामक चुनौतियों का समाधान करना है।

TNV ग्लोबल की नई सेवाओं में डिजिटल पहचान समाधान, लीगल एंटिटी आइडेंटिफायर (LEI), ट्रस्ट सेवाएं, भुगतान एकीकरण, मर्पेट बैंकिंग, साइबर सिक्योरिटी टूल्स और GST सुविधा प्रदाता (GSP) जैसी सेवाएं शामिल हैं। इसके साथ ही कंपनी शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए नई प्रतिभाओं को भी तैयार कर रही है।
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2007 में एक स्टार्टअप से शुरुआत करने वाली TNV आज 100 से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है। TNV सिस्टम सर्टिफिकेशन प्राइवेट लिमिटेड, गार्जियन असेसमेंट प्राइवेट लिमिटेड और LEI इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड जैसी सहायक कंपनियों के जरिए यह वैश्विक स्तर पर काम कर रही है। कंपनी अब अपने कर्मचारियों के लिए स्वीट इक्विटी भागीदारी योजना भी लाने जा रही है, जिससे वे सीधे कंपनी की विकास यात्रा में हिस्सेदार बन सकें।
विशेषज्ञों का मानना है कि TNV ग्लोबल का यह बदलाव भारतीय प्रमाणन उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित होगा। आगामी IPO से कंपनी न केवल पारदर्शिता लाएगी बल्कि भारतीय उद्योग की वैश्विक स्थिति को भी मजबूती प्रदान करेगी।
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