नई दिल्ली। जो जिस क्षेत्र से जुड़ा होता है वह से उसकी यादें भी जुड़ी होती हैं। वक़्त-वे वक़्त जब पुरानी यादों से जुड़ी कोई घटना सामने आती हैं तो यादें ताज़ी हो जाती हैं। ऐसी ही अपनी यादों से जुड़ी घटना पर खुलासा करते हुए टीम इंडिया के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने बताया कि बीते दिनों जब टीम इंडिया ने ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को तीन विकेट से हराकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया था, तब उनकी आँखें नम हो गयी थीं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद यह दूसरा मौका था, जब किसी मैच के परिणाम आने के बाद उनकी आँखों में आंसू आये थे।
गौरतलब है कि बीते दिनों भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमा लिया था। टीम इंडिया के लिए यह ऐतिहासिक जीत थी क्योंकि भारत ने पहली बार गाबा मैदान पर कोई टेस्ट जीता था। वहीँ ऑस्ट्रेलिया को 32 वर्षों में यहां किसी टीम के खिलाफ टेस्ट मैच में हार का मुँह देखना पड़ा था। इस बारे में वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि जब ऋषभ पंत ने मैच विनिंग चौका लगाया तो मैं काफी इमोशनल हो उठा। उन्होंने कहा, मैं चौथे टेस्ट के अंतिम दिन का मैच परिवार के साथ देख रहा था। जब पंत और वॉशिंगटन बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैं काफी चिंतित था, क्योंकि जब खुद न खेल रहे हो खुद पर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं चाहता था कि भारत ऑस्ट्रेलिया को हराकर यह सीरीज जीते। पहले से यह चर्चा थी कि भारतीय खिलाड़ी ब्रिसबेन जाने से डर रहे हैं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया काफी समय से कोई मैच नहीं हारा है। ऐसे में भारत की यह जीत काफी महत्वपूर्ण थी। लछ्मण ने कहा कि टीम इंडिया की जीत को लेकर मैं दो बार रोया हूं। पहली बार जब वर्ष 2011 में भारत ने वर्ल्ड कप जीता था, क्योंकि वर्ल्ड कप विजेता टीम का सदस्य होने की मरी हमेशा से ख्वाहिश थी।
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