Kahani: राजाभोज और व्यापारी

Kahani: यह एक मनोवैज्ञानिक सत्य है कि जैसा भाव हमारे मन में होता है वैसा ही भाव सामने वाले के मन में आता है। इस सबंध में एक ऐतिहासिक घटना…

Pauranik Katha: माखन चोर लड्डू गोपाल की लीला

Pauranik Katha: किसी गांव में मक्खन बेचने वाला एक व्यापारी मक्खन लाल रहता था। वह स्वभाव से बहुत कंजूस था, लेकिन जो भी काम करता था बड़ी मेहनत और ईमानदारी…

Pauranik Katha: द्रुपद और द्रोणाचार्य, जानें दोस्त से कैसे बने दुश्मन

Pauranik Katha: महाभारत में पृषत नाम के एक राजा भरद्वाज मुनि के मित्र थे। उनके पुत्र का नाम द्रुपद था। वह भरद्वाज आश्रम में रहकर द्रोणाचार्य के साथ ही शिक्षा…

Pauranik Katha: सर्वनिन्दक महाराज

Pauranik Katha: एक थे सर्वनिन्दक महाराज। काम-धाम कुछ आता नहीं था पर निंदा गजब की करते थे। सदैव औरों के काम में टाँग फँसाते थे। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके…

Kahani: राजा का उत्तराधिकारी

Kahani: एक बार की बात है। नयासर राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह बहुत ईमानदार और साहसी था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था।…

Kahani: परहित का चिंतन

Kahani: एक राजा था जिसे शिल्प कला अत्यंत प्रिय थी। वह मूर्तियों की खोज में देश-परदेश जाया करता था। इस प्रकार राजा ने कई मूर्तियाँ अपने राज महल में लाकर…

Prerak Prasang: प्रारब्ध

Prerak Prasang: एक व्यक्ति हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करता था। धीरे-धीरे वह काफी बुजुर्ग हो चला था इसीलिए एक कमरे में ही पड़ा रहता था। जब भी…

Kahani: मनुष्य की आदतें उसकी असलियत बता देती हैं

Kahani: राजा के दरबार में एक आदमी नौकरी मांगने के लिए आया। उससे उसकी क़ाबलियत पूछी गई। तो वो बोला, मैं आदमी हो, चाहे जानवर, शक्ल देख कर उसके बारे…

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