Kavita: नदियों की दुर्गति से समझें
है शरीर यदि स्वस्थ्य हमारा, हम कुछ भी कर सकते हैंI कोई असम्भव कार्य नहीं है, ऊंची उड़ान भर सकते हैं।। स्वस्थ शरीर के लिए चाहिए, नस नाड़ी सब स्वस्थ्…
है शरीर यदि स्वस्थ्य हमारा, हम कुछ भी कर सकते हैंI कोई असम्भव कार्य नहीं है, ऊंची उड़ान भर सकते हैं।। स्वस्थ शरीर के लिए चाहिए, नस नाड़ी सब स्वस्थ्…
हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे? हारे हुए लोगों के लिए कौन दुनिया बसाएगा? उन पराजित योद्धाओं के लिए, तमाम शिकस्त खाए लोगों के लिए। प्रेम में टूटे हुए लोग, सारी…
मेरे गाँव! जा रहा हूँ दूर-दिसावर छाले से उपने थोथे धान की तरह तेरी गोद में सिर रख नहीं रोऊँगा जैसे नहीं रोए थे दादा दादी के गहने गिरवी रखते…
मेरी मां को तस्वीर के लिए मुस्कुराना नहीं आता मैं जैसे ही खोलती हूं कैमरा वो झेंपने लगती हैं शर्माती हैं आठवीं कक्षा की लड़की सी दो तीन बार पल्लू…
बहुत उदास मन नहीं लिख पाता सुंदर कविताएँ ना ही गुनगुना पाता है कोई मधुर गीत जो दे सके सुकून अंतरात्मा को बहुत उदास मन चाहता है मुक्ति स्वयं की…
मैं जिसे पूरा समंदर चाहिए था एक क़तरा भी नहीं मिला मुझे ख्वाहिश थी खुद को ढूंढ लाने की फिर आइना भी, टूटा मिला मुझे ना मिलता तू तो जब्त…
कान्हा! मैं कभी तुम्हारे साथ, अकेली नहीं हो पाई! हमेशा कमरे मे मैंने राधा को तुम्हारे साथ महसूस किया है हमारे सह वास में वह किसी खिड़की से देखती है…
एक प्रश्न मन में काफी समय से सड़ रहा है, क्या एक स्त्री और पुरुष के प्रगाढ़ संबंधों का मापदंड सिर्फ संभोग है? क्या देह से देह का घर्षण ही…
लक्ष्मणपुर की जीवन रेखा, क्या कहती आज विचार करें। समझें जल प्रवाह को उसके, गौरव ज़न मन में संचार करें।। जागे समाज और करे ध्यान, है गोमती गौरव का अभियान।।…
अब बदलने वाला होगा बहुत कुछ तुम मिलोगे कुछ नये लोगों से बहुत कुछ पीछे रह जाएगा। शायद कुछ ही ऐसे रिश्ते होंगे या यूं कहें कि कुछ यादें जो…