Kahani: माँ का आशीर्वाद
Kahani: दुकान बंद करने का समय हो आया था। तभी दो औरतें और आ गईं। उनमें से एक बोली भैया साड़ियां दिखाना कॉटन की, चुनरी प्रिंट में आज मेरी खुशी…
Kahani: दुकान बंद करने का समय हो आया था। तभी दो औरतें और आ गईं। उनमें से एक बोली भैया साड़ियां दिखाना कॉटन की, चुनरी प्रिंट में आज मेरी खुशी…
Kahani: एक बहुत बड़ा विशाल पेड़ था। उस पर बीसियों हंस रहते थे। उनमें एक बहुत सयाना हंस था। वह बुद्धिमान और बहुत दूरदर्शी था। सब उसका आदर करते ‘ताऊ’…
Kahani: एक धनवान व्यक्ति था। उसके कई सारे मित्र थे, उसमें एक मित्र तो बहुत अधिक निर्धन था। एक दिन धनवान व्यक्ति ने अपने जन्मदिवस पर सभी मित्रों को अपने…
Kahani: एक कसाई के घर एक बकरा और एक कुत्ता था। कसाई बकरे को हर दिन हरी-हरी घास खिलाता, साफ-सुथरी जगह पर रखता और उसकी देखभाल करता। अब बकरा देखो…
Kahani: एक संत एक वृक्ष के नीचे ध्यान करते थे। वो रोज एक लकड़हारे को लकड़ी काट कर ले जाते देखते थे। एक दिन उन्होंने लकड़हारे से कहा कि सुन…
Kahani: बहुत समय पहले की बात है, एक वृद्ध संन्यासी हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहता था। वह बड़ा ज्ञानी था और उसकी बुद्धिमत्ता की ख्याति दूर-दूर तक फैली थी।…
गोपाल बहुत आलसी व्यक्ति था। घरवाले भी उसकी इस आदत से परेशान थे। वह हमेशा से ही चाहता था कि उसे एक ऐसा जीवन मिले, जिसमें वह दिनभर सोए और…
Kahani: एकबार नाव डूबने के बाद नाविक और पांच-सात कुशल तैराक नदी में तैरकर अपनी-अपनी जान बचाये। उधर नाव सबको नदी में छोड़, खुद आगे निकल गई। बचे हुए लोग…
Kahani: एक राजा था, उसे कुष्ठ रोग हो गया था। वैद्यों ने कहा कि पास के सरोवर से हंसों को मारकर बनायीं हुई दवाई से ही आपका रोग अच्छा हो…
Kahani: बहुत दिन पहले किसी गांव में एक नाई रहता था। वह बहुत आलसी था। सारा दिन वह आइने के सामने बैठा टूटे कंघे से बाल संवारते हुए गंवा देता।…