Gyan Ki Baat: भाव और सरलता पर रीझते हैं भगवान
Gyan Ki Baat: एक साधु थे उनका न कोई आश्रम, न धर्मशाला और न कोई ठिकाना था। जहाँ रात होती वहीं ठहर जाते और भिक्षा से जो मिलता उससे भगवान…
Gyan Ki Baat: एक साधु थे उनका न कोई आश्रम, न धर्मशाला और न कोई ठिकाना था। जहाँ रात होती वहीं ठहर जाते और भिक्षा से जो मिलता उससे भगवान…
बहादुरपुर/बस्ती: जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है तब-तब भगवान किसी न किसी रूप में जन्म लेते हैं और पापों से पृथ्वी को मुक्त करवाते हैं। यह बातें अवध धाम से…