युद्ध, संकट और शांति

सृष्टि की तीन अवस्थाएं। युद्ध, संकट और शांति। संतुलन का दायित्व हमारा और आपका है। इन तीनों की उपस्थिति रहेगी ही। संस्कृति और सभ्यता के साथ इनकी समता और विषमता…