Pauranik Katha: महादानी सूर्यपुत्र कर्ण की मृत्यु का रहस्य
Pauranik Katha: दुशासन को जब भीम ने मार कर उसका रक्त पिया और द्रौपदी के केश उसके खून से धुलवाए तो दुर्योधन की आँखों में खून उतर आया उसने आव…
Pauranik Katha: दुशासन को जब भीम ने मार कर उसका रक्त पिया और द्रौपदी के केश उसके खून से धुलवाए तो दुर्योधन की आँखों में खून उतर आया उसने आव…
Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…
Pauranik Katha: पौराणिक शास्त्रों में ऐसा वर्णन है जो 100 अश्वमेध यज्ञ पूर्ण कर लेता है, उसे इंद्र का पद मिल जाता है। दानवीर दैत्यराज बलि के विषय में जानिये…
Pauranik Katha: पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार सत्राजित ने भगवान सूर्य की उपासना की, जिससे प्रसन्न होकर उन्होंने अपनी स्यमन्तक नाम की मणि उसे दे दी। एक दिन जब…
Pauranik Katha: भगवान शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार मात्र से ही बादल फट जाते थे, पर्वत हिलने लगते थे। ऐसा लगता था, मानो भूकंप आ गया…
Pauranik Katha: महादेव के गणों मे एक हैं भृंगी। एक महान शिवभक्त के रूप में भृंगी का नाम अमर है। जहां शिव होंगे वहां गणेश, नंदी, श्रृंगी, भृंगी, वीरभद्र का…
Kahani: भगवान शिव पार्वती जी को बताते हैं कि एक समय कैकेय देश पर महान राजा सत्यकेतु का शासन था। इस राजा के दो पुत्र थे, प्रताप भानु और अरि…
Kahani: एक वन प्रदेश में एक बहुत बडा तालाब था। हर प्रकार के जीवों के लिए उसमें भोजन सामग्री होने के कारण वहां नाना प्रकार के जीव, पक्षी, मछलियां, कछुए…
Kahani: जिस भूमि में जैसे कर्म किए जाते हैं, वैसे ही संस्कार वह भूमि भी प्राप्त कर लेती है। इसलिए गृहस्थ को अपना घर सदैव पवित्र रखना चाहिए। मार्कण्डेय पुराण…
Prerak Prasang: एक बार तुलसीदास महाराज को किसी ने बताया कि जगन्नाथ मैं तो साक्षात भगवान ही दर्शन देते हैं। बस फिर क्या था सुनकर तुलसीदास महाराज तो बहुत ही…