पुरानी फोन काल याद करके रो पड़े पीएम मोदी तो आज़ाद भी नहीं रोक पाए आंसू, जानें क्या है सियासी गणित
नदी के घाट पर यदि सियासी लोग बस जाते, तो प्यासे होंठ दो बूंद पानी को तरस जाते। गनीमत है की बादलों पर बस नहीं चलता, वरना सारे पानी उनके…
नदी के घाट पर यदि सियासी लोग बस जाते, तो प्यासे होंठ दो बूंद पानी को तरस जाते। गनीमत है की बादलों पर बस नहीं चलता, वरना सारे पानी उनके…
नई दिल्ली। एक घटना किसी को हीरो बनाने के लिए काफी है। दिल्ली हिंसा के बाद बैकफुट पर आये किसान आंदोलन के बाद कल तक किसान नेता राकेश टिकैत के…
मैं हूँ एक किसान, बंजर, रेतीली धरती से भी सोना उपजाऊँ, ऐसी मेरी फ़ितरत, यही हमारी पहचान। मैं हूँ एक किसान।। बचपन से पढ़ा, सुना कि भारत एक कृषि प्रधान…