Poem: पितृ पक्ष संस्कार
पितृ पक्ष है चल रहा, पूर्वज स्मृति का काल। नव पीढ़ी को संस्कार दें, हो संस्कृति का ऊंचा भाल।। हो संस्कृति का ऊंचा भाल, परंपराओं में संस्कार भरें। हैं मातु…
पितृ पक्ष है चल रहा, पूर्वज स्मृति का काल। नव पीढ़ी को संस्कार दें, हो संस्कृति का ऊंचा भाल।। हो संस्कृति का ऊंचा भाल, परंपराओं में संस्कार भरें। हैं मातु…
Pitru Paksha: पितृपक्ष का समय हमारे लिए अपने पूर्वजों को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने का एक पवित्र अवसर होता है। इन 16 दिनों में लोग अपने पितरों की…
Pitru Paksha: कौवे के रूप मे दिखने वाले कागभुषंडी जी प्रभु श्रीराम के बहुत बड़े भक्त थे और इन्हें यह वरदान प्राप्त था कि वो समय और टाइम के बाहर…
Pitru Paksha: पितृ पक्ष, पितरों का याद करने का समय माना गया है। भाद्र शुक्ल पूर्णिमा को ऋषि तर्पण से आरंभ होकर यह आश्विन कृष्ण अमावस्या तक जिसे महालया कहते…
Pitru Paksha: श्रद्धा भाव है और श्राद्ध कर्मकाण्ड। श्रद्धा मन का प्रसाद है। प्रसाद आंतरिक आनंद देता है। पतंजलि ने श्रद्धा को चित्त की स्थिरिता या अक्षोभ से जोड़ा है।…
Pauranik Katha: ब्रह्माजी जब सृष्टि की रचना कर रहे थे उस दौरान उनसे असुर कुल में गया नामक असुर की रचना हो गई। गया असुरों के संतान रूप में पैदा…
Pitru Paksha: हिंदू धर्म में पितृपक्ष का समय अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह अवधि भाद्रपद मास की पूर्णिमा से अमावस्या तक होती है, जिसे पितृपक्ष के रूप में मनाया…
Pitru Paksha: पितृपक्ष में पितरों की पूजा का अर्थ प्रेतपूजा कदापि नहीं है। यह ऐसी पूजा है जिसमें अपनी समस्त सनातन संस्कृति की आराधना शामिल है। समस्त ऋषि, समस्त दिशाएं,…
Pitru Paksha: भारतीय जीवन संस्कृति की अति महत्वपूर्ण विशेषता है अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान की भावना। इसी सम्मान की अभिव्यक्ति के लिए हमारी सांस्कृति यात्रा में पितृपक्ष के रूप…
Pitru Paksha: सनातन संस्कृति केवल विश्वास यानी अंग्रेजी के शब्द बिलीफ पर आधारित नहीं है। यह विशुद्ध विज्ञान है। इसमें समाहित प्रत्येक सोपान का विशुद्ध विज्ञान है। इसके सभी दिन…