Pitru Paksha: क्यों दोपहर में होता है पितरों का भोजन, जानें कैसे होता है पिंडदान और तर्पण

Pitru Paksha: पितृ पक्ष, पितरों का याद करने का समय माना गया है। भाद्र शुक्ल पूर्णिमा को ऋषि तर्पण से आरंभ होकर यह आश्विन कृष्ण अमावस्या तक जिसे महालया कहते…

Pauranik Katha: गया तीर्थ की कथा

Pauranik Katha: ब्रह्माजी जब सृष्टि की रचना कर रहे थे उस दौरान उनसे असुर कुल में गया नामक असुर की रचना हो गई। गया असुरों के संतान रूप में पैदा…

Pitru Paksha 2023: पितृ तीर्थ और श्राद्ध पक्ष में गया दर्शन

Pitru Paksha: यह मर्त्य लोक है। जो कुछ भी दिख रहा है, उसे निश्चित तौर पर नहीं रहना है। मर्त्य शब्द मृतिका से जुड़ा है। मृतिका अर्थात मिट्टी। जो भी…

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