2030 तक दुनिया का हर पांचवां व्यक्ति बोलेगा हिंदी

भाषा संवाद संप्रेषण का सशक्त माध्यम है। मनुष्य को इसलिए भी परमात्मा की श्रेष्ठ कृति कहा जाता है कि वह भाषा का उपयोग कर अपने भावों को अभिव्यक्त करने में…

कंठस्थः राजभाषा की व्याप्ति का वरदान

भाषायी परतंत्रता सांस्कृतिक परतंत्रता का प्रस्थान बिन्दु है। भारत में सन् 1947 में स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से ही हिंदी बनाम अंग्रेजी का संघर्ष जारी रहा। अंग्रेजी के पक्ष में…