न्यू इंडिया का मूल मंत्र है ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’: प्रो. द्विवेदी
नई दिल्ली: भारत जैसा कोई देश नहीं है, जो इतना विविध, बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक हो। ज्ञान-विज्ञान से समृद्ध भारत आज मंगल से लेकर चंद्रमा तक अपनी छाप छोड़ रहा है।…
नई दिल्ली: भारत जैसा कोई देश नहीं है, जो इतना विविध, बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक हो। ज्ञान-विज्ञान से समृद्ध भारत आज मंगल से लेकर चंद्रमा तक अपनी छाप छोड़ रहा है।…
नई दिल्ली: आज जिस मॉर्डन इंडिया को हम देख पा रहे हैं, उसका सपना नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने बहुत पहले देखा था। भारत के लिए उनका जो विजन था,…
नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान के विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विद्यार्थियों द्वारा प्रकाशित पत्रिका ‘द बैटन’ का विमोचन शनिवार को संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने किया।…
नई दिल्ली: हम जिस सुशासन और गुड गवर्नेंस की बात करते हैं, जिस नये भारत निर्माण की हम परिकल्पना कर रहे हैं, ये सब तभी मुमकिन हो सकता है जब…
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जो लोग जानते हैं, उन्हें पता है कि यहां किसी ‘व्यक्ति’ की जगह ‘विचार’ की महत्ता है। यह एक विचार केंद्रित संगठन है, जहां व्यक्ति निष्ठा…
नई दिल्ली। जब भारत आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, तब असम की पत्रकारिता 175 वर्ष पूर्ण कर चुकी है। आज से 25 वर्ष बाद जब भारत…