Poetry: लड़के! हमेशा खड़े रहे

खड़े रहना उनकी मजबूरी नहीं रही बस उन्हें कहा गया हर बार चलो तुम तो लड़के हो खड़े हो जाओ छोटी-छोटी बातों पर वे खड़े रहे कक्षा के बाहर… स्कूल…

Poetry: खिलखिलाया करो!

तलब इतनी न अपनी बढ़ाया करो, दाग-ए-दिल न किसी को दिखाया करो। गर्म आँसू हैं आँखों में देखो बहुत, घुट-घुटके न जीवन बिताया करो। अच्छे लोगों से दुनिया है भरी-पटी,…

Poetry: इतनी क्यों जलती है तुम्हारी तशरीफ

वो खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाये तो तकलीफ वो सैनिकों का हौंसला बढ़ाये तो तकलीफ। इतनी क्यों जलती है तुम्हारी तशरीफ? वो देश का मान बढ़ाये तो तकलीफ वो देश को…

Poetry: सूझ-बूझ कर कदम बढ़ाओ

कर्म धर्म कर्तव्य सुपथ है सतत साधना रत य़ह जीवन। सूझ-बूझ कर कदम बढ़ाओ कर्म योग साधक होवे मन।। ध्येय दृष्टि संकल्प तुम्हारा साधक पूर्ण सदा फलित हो। कृति सर्वोत्तम…

Poetry: पहले मित्र बनो तुम अपने

पहले मित्र बनो तुम अपने, सब जग के बन जाओगे। कदम जहाँ रखोगे जग में, अपनी प्रतिध्वनि पाओगे।। जो भी मिले प्रेरणा पाए, उत्साह उमंग से भर जाये। ले संकल्प…

Poetry: कहीं अंधेरा ना रह जाए

दीप जलाएं हम खुशियों के, कहीं अंधेरा ना रह जाए। कर्तव्य साधना करें हम सभी, रामराज्य ज़न मन में आये।। संकल्प करें प्रेरणा बनें हम, जागें जीवन की सभी दिशाएं।…

Poetry: हल्ला बोल!

बोल जम्बूरे हल्ला बोल, बोल जम्बूरे हल्ला बोल। पगड़ी जिसकी चाहे खोल, बोल जम्बूरे हल्ला बोल। सेज बिछाकर लोकहितों की, लोकतन्त्र का चीर-हरण कर, कातिल, गुंडे, चोर, लुटेरे, गले लगाकर…

Poetry: हर कदम ऊर्जा भरा हो

हर कदम ऊर्जा भरा हो हर कदम में दिशा दृष्टि। संकल्प से सिद्धि पाना होगी सनातन पूर्ण सृष्टि।। विविध विधि के कार्य हों परिणाम हों सबके मनोहर। बहु प्रेरणा जागृत…

Poetry: छोटा काम बड़ा परिणाम

छोटा काम बड़ा परिणाम देगा बदल धारणा आम। करके देखो सहज भाव से सब कोई लेगा तेरा नाम।। दिन में मिले परस्पर कोई तुम उसे ध्यान से सुनना। उसकी बातों…

इंतजार

समय का पहिया बहुत तेज चल रहा है। पुराने आदर्शों का कबाड़ तेजी से गल रहा है। वह दकियानूस है, उसको दिखाई नहीं देता। उसके कान हैं, पर सुनाई नहीं…