Kahani: माता-पिता का प्यार और बच्चे की सोच

Kahani: पिताजी एक माह से बीमार थे। उनके व माँ के कई बार फोन आ चुके थे, किन्तु मैं गाँव नहीं जा पाया। सच कहूँ तो मैं छुट्टियाँ बचने के…

अंतरिक्ष का भी अनुसंधान कर रहे हैं विज्ञान और दर्शन

सम्पूर्ण प्रकृति से आत्मीय व्यवहार श्रेष्ठ है। प्रकृति की शक्तियाँ सुनिश्चित नियमों में गतिशील हैं। वैदिक पूर्वजों ने इस नियम को ऋत कहा है। प्रकृति की तरह मनुष्य को भी…

Kahani: गुरु का आदेश न मानने का परिणाम

Kahani: एक सेवक ने अपने गुरु से विनती की कि मैं सत्संग भी सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, किन्तु फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला। गुरु ने प्यार…

Kavita: तुम मुझे फिर मिलो

काश फिर ऐसा हो, तुम मुझे फिर मिलो। फिर मुझे जानने मैं रूचि लो, मुझे वापस बताओ। तुम्हारा लिखा पढ़ा मैंने, बहुत खूब लिखती हो।। फिर तुम्हें गले से लगा…

यौन विचार या रोमांस चित्त प्रशांत नहीं करते

स्मृति को सामान्यतया अतीत का भाग कहा जाता है। लेकिन स्मृति हमेशा वर्तमान होती है। घटनाएं या विचार अभिव्यक्ति या अन्य सरोकार बेशक अतीत का भाग होते हैं लेकिन उनकी…

Poem: भटक गए हम राहों में

भटक गए हम राहों में, मंजिल का ठिकाना नहीं था। ले गई जिंदगी उन राहों में, जहां हमें जाना नहीं था। कुछ क़िस्मत की मेहरबानी, कुछ हमारा कसूर था। हमने…

Poem: परीक्षा कक्ष में

परीक्षा कक्ष में परीक्षा देने के लिए महज़ अभ्यर्थी नहीं बैठता, उसके साथ बैठते हैं अपने-परायों के बेहिसाब दिल चीरते ताने जीत-हार के बीच का मन में पलता द्वंद कई…

Kahani: एक औरत को आखिर क्या चाहिए

Kahani: राजा हर्षवर्धन युद्ध में हार गए। हथकड़ियों में जीते हुए पड़ोसी राजा के सम्मुख पेश किए गए। पड़ोसी देश का राजा अपनी जीत से प्रसन्न था और उसने हर्षवर्धन…

पत्रकारिता के अजातशत्रु हैं अच्युतानंद मिश्र

नई दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार, संपादक और लेखक अच्युतानंद मिश्र के जन्मदिन पर इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) में उनके व्यक्तित्व, कृतित्व और नेतृत्व पर केन्द्रित पुस्तक ‘अच्युतानंद मिश्रः समावेशी…

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