Kahani: राजाभोज और व्यापारी

Kahani: यह एक मनोवैज्ञानिक सत्य है कि जैसा भाव हमारे मन में होता है वैसा ही भाव सामने वाले के मन में आता है। इस सबंध में एक ऐतिहासिक घटना…

Pauranik Katha: भगवान भोलेनाथ की प्रेममय कथा

Pauranik Katha: गुणगान से तो भगवान प्रसन्न होते ही हैं, लेकिन भगवान अपने भक्त के गुणगान से और ज़्यादा प्रसन्न होते हैं। बहुत पुरानी बात है। किसी शहर में नंदी…

Pauranik Katha: जानें क्या है लक्ष्मण रेखा, कुरुक्षेत्र में किसने किया था अंतिम बार प्रयोग

Pauranik Katha: लक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद कम लोगों को ही पता हो। लक्ष्मण रेखा का नाम सोमतिती विद्या है। यह भारत की प्राचीन…

Kahani: सेठ धनीराम

Kahani: एक गांव में एक बहुत बड़ा धनवान व्यक्ति रहता था। लोग उसे सेठ धनीराम कहते थे। उस सेठ के पास प्रचुर मात्रा में धन संपत्ति थी, जिसके कारण उसके…

Kahani: मौन की महत्ता

Kahani: एक मछलीमार कांटा डाले तालाब के किनारे बैठा था। काफी समय बाद भी कोई मछली कांटे में नहीं फँसी, न ही कोई हलचल हुई तो वह सोचने लगा, कहीं…

Pauranik Katha: महाकवि कालिदास की परीक्षा

Pauranik Katha: ज्ञान, प्रकाश के लिए होता है, अहंकार के लिए नहीं। जब ज्ञान अहंकार बन जाता है, तो वह तमस लेकर आता है, जो ज्ञान के प्रकाश को ढक…

Pauranik Katha: सोलह पौराणिक पात्र, इनका जन्म माता-पिता के सयोंग के बगैर ही हुआ है!

Pauranik Katha: दुनिया के सबसे अधिक पुराने धर्म, हमारे हिन्दू धर्म ग्रंथों में तमाम ऐसी कथायें वर्णित हैं, जिनमें ऐसा कहा गया है कि इन सभी का जन्म पिता के…

Kahani: भक्तों के लिए भोले और दुष्टों के लिए महाकाल है शिव

Kahani: संसार में भगवान की भक्ति सुख और शान्ति प्राप्त करने का अमोघ साधन है। इससे उत्तम साधन और कोई नहीं है, क्योंकि भक्त को ईश्वर का आश्रय रहता है…

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