Poem: लड़कों को खोजने के लिए
उदास लड़कों को खोजने के लिए कोई मोहनजोदाड़ो जैसी खुदाई नहीं करनी पड़ती। दिख जाएंगे कहीं भी, कभी भी उदास न दिखने की कोशिश करते हुए। मेट्रो या ऑटो की…
उदास लड़कों को खोजने के लिए कोई मोहनजोदाड़ो जैसी खुदाई नहीं करनी पड़ती। दिख जाएंगे कहीं भी, कभी भी उदास न दिखने की कोशिश करते हुए। मेट्रो या ऑटो की…
खुली आँख थी या कि तुम सो रहे थे, कहीं उड़ गया था तुम्हारा सुआ क्या? घटना घटी देखकर पूछते हो! हुआ क्या? हुआ क्या? हुआ क्या? हुआ क्या? निजी…
सुकून गाँव में है, पेड़ों के छाँव में है। शहर के लोग तो, टेंशन, तनाव में हैं। स्वतंत्र हैं लोग यहाँ, न किसी प्रभाव में हैं। द्वेष में कुछ न…
आंधिया चाहे उठाओ, बिजलियां चाहे गिराओ, जल गया है दीप तो, अंधियार ढलकर ही रहेगा। रोशनी पूंजी नहीं है, जो तिजोरी में समाए, वह खिलौना भी न, जिसका दाम हर…
नदी पुकार रही है हमको, मिल कर मुझे बचाओ। अविरल निर्मल सदा बहूं, य़ह सब को समझाओ।। मैं बची बचोगे तुम भी, य़ह सम्भावित सत्य है। तुम से है सम्बन्ध…