Kahani: किसे होती है प्रभु की प्राप्ति

Kahani: एक राजा था। वह बहुत न्याय प्रिय तथा प्रजा वत्सल एवं धार्मिक स्वभाव का था। वह नित्य अपने ठाकुर जी की बड़ी श्रद्धा से पूजा-पाठ और याद करता था।…

Kahani: मंदबुद्धि बालक

Kahani: विद्यालय में एक बालक पढ़ता था, सब उसे मंदबुद्धि कहते थे। उसके गुरुजन भी उससे नाराज रहते थे, क्योंकि वह पढ़ने में बहुत कमजोर था और उसकी बुद्धि का…

Pauranik Katha: नहीं बदला जा सकता विधि का विधान

Pauranik Katha: श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे, फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक। और जब मुनि वशिष्ठ…

Pauranik Katha: अंतर्मन को छूता महाभारत का यह सार्थक प्रसंग

Pauranik Katha: महाभारत युद्ध समाप्त हो चुका था। युद्धभूमि में यत्र-तत्र योद्धाओं के फटे वस्त्र, मुकुट, टूटे शस्त्र, टूटे रथों के चक्के, छज्जे आदि बिखरे हुए थे और वायुमण्डल में…

Kahani: अनोखी परीक्षा

Kahani: बेटा, थोड़ा खाना खाकर जा..! दो दिन से तुने कुछ खाया नहीं है।” लाचार माता के शब्द हैं, अपने बेटे को समझाने के लिये। “देख मम्मी, मैंने मेरी बारहवीं…

Kahani: भक्त मोची की भगवान ने ली परीक्षा

Kahani: एक समय मोची का काम करने वाले व्यक्ति को रात में भगवान ने सपना दिया और कहा कि कल सुबह मैं तुझसे मिलने तेरी दुकान पर आऊंगा। मोची की…

Pauranik Katha: महादानी सूर्यपुत्र कर्ण की मृत्यु का रहस्य

Pauranik Katha: दुशासन को जब भीम ने मार कर उसका रक्त पिया और द्रौपदी के केश उसके खून से धुलवाए तो दुर्योधन की आँखों में खून उतर आया उसने आव…

Pauranik Katha: विनम्रता की जीत

Pauranik Katha: सुबह मेघनाथ से लक्ष्मण का अंतिम युद्ध होने वाला था। वह मेघनाथ जो अब तक अविजित था, जिसकी भुजाओं के बल पर रावण युद्ध कर रहा था, अप्रितम…

Kahani: ऑटो वाले की सात्विक सोच

Kahani: एक व्यक्ति ऑटो से रेलवे स्टेशन जा रहा था। ऑटो वाला बड़े आराम से ऑटो चला रहा था। एक कार अचानक ही पार्किंग से निकलकर रोड पर आ गई।…

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