श्रीभारत सावित्री: महाभारत के श्लोकचतुष्टय को अवश्य जानिए

‘भारत सावित्री’ नाम महाभारत के अन्त में आया है। जैसे वेदों का सार गायत्री मन्त्र या सावित्री है, वैसे ही सम्पूर्ण महाभारत का सार धर्म शब्द में है। गायत्री भी…

जब-जब धरती पर पाप बढ़ा भगवान ने जन्म लेकर मुक्त करवाया: पं. सुशील शास्त्री

बहादुरपुर/बस्ती: जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है तब-तब भगवान किसी न किसी रूप में जन्म लेते हैं और पापों से पृथ्वी को मुक्त करवाते हैं। यह बातें अवध धाम से…

सृष्टि और प्रकृति के आभार का लोकमहापर्व

छठ पूजा सूर्य, उषा, प्रकृति,जल, वायु और उनकी बहन छठी मइया को समर्पित है ताकि उन्हें पृथ्वी पर जीवन की स्थापना करने के लिए धन्यवाद और कुछ शुभकामनाएं देने का…