Kahani: पवित्र दान

Kahani: एक सेठ ने अन्नसत्र खोल रखा था। उनमें दान की भावना तो कम थी पर समाज उन्हें दानवीर समझकर उनकी प्रशंसा करे यह भावना मुख्य थी। उनके प्रशंसक भी…

Pauranik Katha: नहीं बदला जा सकता विधि का विधान

Pauranik Katha: श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे, फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक। और जब मुनि वशिष्ठ…

Kahani: परहित का चिंतन

Kahani: एक राजा था जिसे शिल्प कला अत्यंत प्रिय थी। वह मूर्तियों की खोज में देश-परदेस जाया करता थे। इस प्रकार राजा ने कई मूर्तियाँ अपने राज महल में लाकर…

Pauranik Katha: गणेश जी के एकदंत बनने की कथाएं

कथा-1: परशुराम जी अपने फरसे से तोड़ा गणेश जी का एक दांत एक बार विष्णु के अवतार भगवान परशुराम जी शिवजी से मिलने कैलाश पर्वत पर आये। शिव पुत्र गणेश…

Kahani: न्यायप्रिय राजा

Kahani: एक राजा था। वह बहुत न्याय प्रिय तथा प्रजा वत्सल एवं धार्मिक स्वभाव का था। वह नित्य अपने ठाकुर जी की बड़ी श्रद्धा से पूजा-पाठ और याद करता था।…

Kahani: तीन विकल्प

Kahani: बहुत समय पहले की बात है, किसी गाँव में एक किसान रहता था, उस किसान की एक बहुत ही सुन्दर बेटी थी, दुर्भाग्यवश, गाँव के जमींदार से उसने बहुत…

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