Kahani: लालच का फल

Kahani: किसी गांव में एक गड़रिया रहता था। वह लालची स्वभाव का था। हमेशा यही सोचा करता था कि किस प्रकार वह गांव में सबसे अमीर हो जाये। उसके पास…

Kahani: सोया भाग्य

Kahani: एक व्यक्ति जीवन से हर प्रकार से निराश था। लोग उसे मनहूस के नाम से बुलाते थे। एक ज्ञानी पंडित ने उसे बताया कि तेरा भाग्य फलां पर्वत पर…

Pauranik Katha: मर्यादा और संयम की प्रतीक माँ सीता

Pauranik Katha: रावण ने जब माँ सीता जी का हरण करके लंका ले गया तब लंका मे सीताजी वट वृक्ष के नीचे बैठ कर चिंतन करने लगी। रावण बार-बार आकर…

kahani: मुक्ति

kahani: एक दिन एक राजा ने राजपंडित को बुलाया और उसे बहुत सख्ती से आदेश दिया कि राजा परीक्षित ने सुखदेव से भगवत गीता सुनकर मोक्ष प्राप्त किया था। उन्हें…

Kahani: ऊँची उड़ान

Kahani: गिद्धों का एक झुण्ड खाने की तलाश में भटक रहा था। उड़ते-उड़ते वह एक टापू पर पहुँच गए। वह जगह उनके लिए स्वर्ग के समान थी। हर तरफ खाने…

Pauranik Katha: नल दमयंती

Pauranik Katha: विदर्भ देश में भीष्मक नाम के एक राजा राज्य करते थे। उनकी पुत्री का नाम दमयन्ती था। दमयन्ती लक्ष्मी के समान रूपवती थी। उन्हीं दिनों निषध देश में…

Prerak Prasang: एक ही घड़ी मुहूर्त में जन्म लेने पर भी सबके कर्म और भाग्य क्यों होते हैं अलग-अलग

Prerak Prasang: एक बार एक राजा ने विद्वान ज्योतिषियों की सभा बुलाकर प्रश्न किया कि मेरी जन्म पत्रिका के अनुसार मेरा राजा बनने का योग था, मैं राजा बना, किन्तु…