Poetry: इतनी क्यों जलती है तुम्हारी तशरीफ
वो खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाये तो तकलीफ वो सैनिकों का हौंसला बढ़ाये तो तकलीफ। इतनी क्यों जलती है तुम्हारी तशरीफ? वो देश का मान बढ़ाये तो तकलीफ वो देश को…
वो खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाये तो तकलीफ वो सैनिकों का हौंसला बढ़ाये तो तकलीफ। इतनी क्यों जलती है तुम्हारी तशरीफ? वो देश का मान बढ़ाये तो तकलीफ वो देश को…
कर्म धर्म कर्तव्य सुपथ है सतत साधना रत य़ह जीवन। सूझ-बूझ कर कदम बढ़ाओ कर्म योग साधक होवे मन।। ध्येय दृष्टि संकल्प तुम्हारा साधक पूर्ण सदा फलित हो। कृति सर्वोत्तम…
पहले मित्र बनो तुम अपने, सब जग के बन जाओगे। कदम जहाँ रखोगे जग में, अपनी प्रतिध्वनि पाओगे।। जो भी मिले प्रेरणा पाए, उत्साह उमंग से भर जाये। ले संकल्प…
दीप जलाएं हम खुशियों के, कहीं अंधेरा ना रह जाए। कर्तव्य साधना करें हम सभी, रामराज्य ज़न मन में आये।। संकल्प करें प्रेरणा बनें हम, जागें जीवन की सभी दिशाएं।…
हर कदम ऊर्जा भरा हो हर कदम में दिशा दृष्टि। संकल्प से सिद्धि पाना होगी सनातन पूर्ण सृष्टि।। विविध विधि के कार्य हों परिणाम हों सबके मनोहर। बहु प्रेरणा जागृत…
छोटा काम बड़ा परिणाम देगा बदल धारणा आम। करके देखो सहज भाव से सब कोई लेगा तेरा नाम।। दिन में मिले परस्पर कोई तुम उसे ध्यान से सुनना। उसकी बातों…
समय का पहिया बहुत तेज चल रहा है। पुराने आदर्शों का कबाड़ तेजी से गल रहा है। वह दकियानूस है, उसको दिखाई नहीं देता। उसके कान हैं, पर सुनाई नहीं…
प्रातः नमन करें हम उनको जिनसे जीवन की गति चलती। जिनके होने से हम जग में जिनसे कर्म शक्ति है फलती।। नमन नित्य हम प्रातः करते परम प्रभू फिर धरती…
राष्ट्र भक्ति का भाव लिये हम आगे बढ़ते जायें l संघ मंत्र के बने पुरोधा समरस ज्योति जलायें ll सिंधु हिमालय से लेकर हिन्दु सागर तक एक l सभी उरों…
काल चक्र चल रहा निरन्तर हर पल कुछ हमसे कहता है। सूक्ष्म दृष्टि का हो जो पारखी भावी से सदा विज्ञ रहता है।। जो भी आज प्रकट होता है बोये…