Pauranik Katha: जीवन की तीन महत्वपूर्ण शिक्षाएं

Pauranik Katha: पं. श्रीशान्तनु बिहारी द्विवेदी (स्वामी श्री अखण्डानन्द सरस्वती) जब लौकिक कार्य वश घर से रवाना हो रहे थे, तो उनकी माता जी ने उन्हें तीन शिक्षाएं दीं। पहली-…

Poem: बाल सुनहरे भारत के

बाल सुनहरे भारत के निर्माता और निदेशक हैं। वे जो भी स्वप्न संजोएंगे भावी के बड़े निवेशक हैं।। उनके हृदयों में हो भारत भारत की घनीभूत पूंजी। ऋषियों का उच्चासन…

Pauranik Katha: महादेव का वरदान से गजासुर भक्त से बन गया बेटा

Pauranik Katha: गज और असुर के संयोग से एक असुर का जन्म हुआ। उसका मुख गज जैसा होने के कारण उसे गजासुर कहा जाने लगा। गजासुर शिवजी का बड़ा भक्त…

Pauranik Katha: जब माता सीता बन गई चण्डी

Pauranik Katha: एक समय की बात है कि भगवान श्री राम राज सभा में विराज रहे थे, उसी समय विभीषण वहाँ पहुंचे। वे बहुत भयभीत और हड़बड़ी में लग रहे…

Kahani: अंतिम काम!

Kahani: एक बूढ़ा कारपेंटर अपने काम कारीगरी के लिए बहुत जाना जाता था, उसके बनाये लकड़ी के घर दूर-दूर तक प्रसिद्द थे। पर अब बूढ़ा हो जाने के कारण उसने…

Poetry: प्रातः नमन करें हम उनको

प्रातः नमन करें हम उनको जिनसे जीवन की गति चलती। जिनके होने से हम जग में जिनसे कर्म शक्ति है फलती।। नमन नित्य हम प्रातः करते परम प्रभू फिर धरती…

Pauranik Katha: महाकवि कालिदास की परीक्षा

Pauranik Katha: ज्ञान, प्रकाश के लिए होता है, अहंकार के लिए नहीं। जब ज्ञान अहंकार बन जाता है, तो वह तमस लेकर आता है, जो ज्ञान के प्रकाश को ढक…

Kahani: मन का भूत

Kahani: एक तांत्रिक ने एक बार एक भूत पकड़ लिया और उसे बेचने शहर गया। संयोगवश उसकी मुलाकात एक सेठ से हुई। सेठ ने उससे पूछा- भाई यह क्या है,…

Pauranik Katha: गणेश जी के विवाह की कथा

Pauranik Katha: भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र गणेश जी की पूजा सभी भगवानों से पहले की जाती है। प्रत्येक शुभ कार्य करने से पहले इन्हें ही पूजा जाता…

Pauranik Katha: भगवान ने क्यों किया 16108 राजकुमारियों से विवाह

Pauranik Katha: भौमासुर नाम का एक असुर था। भौमासुर का एक नाम नरकासुर भी था। वह मूर्तिमती पृथ्वी का पुत्र था। असुर सदैव ही द्रोही होते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली हो…

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