Poetry: कलम और कवि का संवाद
( कलम ) कवि! तेरा क्या बिगड़ा है, तू क्यों इतना हारा है? क्यूँ हर बार विरह का गीत, लिखता, कलम से सारा है? क्यूँ न लिखता प्रेम कहानी, क्यूँ…
( कलम ) कवि! तेरा क्या बिगड़ा है, तू क्यों इतना हारा है? क्यूँ हर बार विरह का गीत, लिखता, कलम से सारा है? क्यूँ न लिखता प्रेम कहानी, क्यूँ…
छोटे से गाँव की गीली मिट्टी, चाँदी सी मुस्कान लिए, बोली में था मोर नाचता, आँखों में अरमान लिए। नाम था उसका पूनम लाल, माँ की गोदी की रानी थी,…