‘अमृतकाल’: सपनों को सच करने की जिम्मेदारी

जब संकल्प के साथ साधना जुड़ जाती है, जब मानव मात्र के साथ हमारा ममभाव जुड़ जाता है, अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए ‘इदं न मम्’ यह भाव जागने लगता…

अभिभावक आदर्श होंगे तभी हमारी युवा पीढ़ी भी संस्कारित होगी: ब्रिग्रेडियर पंकज सिन्हा

लखनऊ: हमारी युवा पीढ़ी हमें ही देखकर सीखती है, ऐसे में अभिभावकों का भी दायित्व है कि वे एक आदर्श नागरिक बनकर दिखाएं। वे ऐसा करेंगे तो उन्हें देखकर बच्चे…

खुद के बारे में न सोचकर राष्ट्र के बारे में सोचने की जरूरत: कर्नल बलराज शर्मा

लखनऊ: आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का उद्देश्य सभी नागरिकों के मन में राष्ट्रवाद की भावना को जाग्रत करना है। हमें राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानकर कार्य करना होगा, तभी हमारा…

देश के विकास के लिए राष्ट्रभक्ति और अनुशासन जरूरी: नायक आदर्श अरोड़ा

लखनऊ: देश में सुख-समृद्धि का वातावरण होना चाहिए था, लेकिन अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना में कमी होने के कारण कुछ समस्याएं सामने आ खड़ी हैं। ऐसे में हमारे अंदर…

संग्रहण करने की आदत ही मनुष्य के अशांति का कारण: सौरभ मिश्रा

लखनऊ: सृष्टि ने हमें सब कुछ दिया है, लेकिन मनुष्य योनि को छोड़कर किसी में भी संग्रह करने की आदत नहीं है, क्योंकि वह संतुष्ट नहीं है। मनुष्य हमेशा संग्रहण…

देश की स्वतंत्रता के लिए भारतवासियों ने हर मूल्य को चुकाया: जसवंत सैनी

लखनऊ: हमारा देश लंबे समय तक गुलाम रहा है। देश की स्वतंत्रता के लिए भारतवासियों ने हर मूल्य को चुकाया है। देश में कई आंदोलन हुए और इन आंदोलन को…

जीवन में सफल होने के लिए विकारों का करना होगा त्याग: गुलाब देवी

लखनऊ: जीवन में सफल होना है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है तो अपने अंदर के विकारों का त्याग करना होगा। इसके साथ ही शरीर को स्वस्थ रखने के…

स्वतंत्रता आंदोलन के गुमनाम चेहरों को सामने लाना जरूरी: प्रो. कुमार रत्नम

नई दिल्ली: आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारतीय जन संचार संस्थान और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र…

गणतंत्र दिवस पर विशेष: गुलाम थे तो एक थे, आजाद होते ही हम क्यों बंट गए

भारत की त्रासदी है कि बंटवारे की राजनीति आज भी यहां फल-फूल रही है। आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए भी हम इस रोग से मुक्त नहीं हो पाए हैं।…