हाल—ए—व्यवस्था, कोर्ट ने दोषी को मरने के 20 साल बाद किया बरी

नई दिल्ली। बड़े—बुजूर्ग कहा गए हैं कि जिंदगी में कोर्ट—कचहरी के पचड़े में पड़ने से बचना चाहिए। यह सही बात भी है, क्योंकि कोर्ट—कचहरी के चक्कर में जो पड़ा, उसकी जिंदगी बर्बादी…