Poetry: साबरमती के सन्त

चमचे को ताज देके किया देश को बदहाल, साबरमती के सन्त तूने ये किया कमाल! थीं हाईफाई नीतियां, चेला था हवाई, उसने हमारे देश की संस्कृति ही मिटाई। अंग्रेजियत का…

Poem: जाड़ा जाय रहा है

चार महीना सुख से बीता, घुसुड़ रजाई मा जग जीता। इक-दूजे से लिपट-लिपटकर, सोवा हम तो चिपक-चिपककर। ऊ सुख अब तो मिलै न पाई, मौसम दूसर आय रहा है। सरवा…