Kavita: बहानेबाजी

काम करने का एक ही रास्ता मेहनत से सदा रखें वास्ता ना काम करने के सौ बहाने बातों से ही किले बनाने।। जो हैं मेहनत के अनुयाई उन्होंने मार कभी…

Kavita: नदियों की दुर्गति से समझें

है शरीर यदि स्वस्थ्य हमारा, हम कुछ भी कर सकते हैंI कोई असम्भव कार्य नहीं है, ऊंची उड़ान भर सकते हैं।। स्वस्थ शरीर के लिए चाहिए, नस नाड़ी सब स्वस्थ्…

Kavita: हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे?

हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे? हारे हुए लोगों के लिए कौन दुनिया बसाएगा? उन पराजित योद्धाओं के लिए, तमाम शिकस्त खाए लोगों के लिए। प्रेम में टूटे हुए लोग, सारी…

Kavita: परीक्षाओं में असफल हुए पुरुष

परीक्षाओं में असफल हुए पुरुष अक्सर प्रेम में भी असफल हो जाते हैं। विवाह की पहली रस्म पुरुष की आय पूछना होती है दूसरी पुरुष की आयु तीसरी पुरुष का…

Kavita: हिंदू हिंसक होता तो

आतंक का कोई मज़हब नहीं जो रोज़ हमें समझाते हैं। हिंदू हिंसक होते है ये संसद में चिल्लाते हैं। कमर में बाँधके बम फटने क्या हिंदू कोई जाता है। सर…

Kavita: सभी कविताएं कोमल नहीं होती

सभी कविताएं पुष्पों की भांति कोमल नहीं होती कुछ कविताएं खूंखार कुत्ते की भांति काटने को दौड़ती हैं उनके अंदर करुणा नहीं आक्रोश भरा होता है। कविताएं सीधी गायों की…

Kavita: लें राणा का संकल्प

जिसके जीवन में राष्ट्र प्रथम, जिसके उर में था पला ताप। क्षण-क्षण राष्ट्र समर्पित था जो, रण बांकुरा अमर राणा प्रताप।। सब सुविधाएं त्याग जो बढ़ा, झुका न टूटा कभी…

Kavita: आओ चलें गांव में अपने

आओ चलें गांव में अपने, मिल कर घर द्वार सजाएं। मिलें परस्पर सब नर नारी, ग्रामोत्सव सुखद मनाएं।। यहाँ विरासत पुरखों की है, पितृ कर्म भूमि य़ह मेरी। स्मृतियों की…

Kavita: ईश्वर की कृपा सहायक हो

कर्तव्य भाव से भरा रहे हर क्षण-पल जीवन सबका। क्रिया शीलता रहे सदा हो सृजनात्म भाव मन का।। निष्क्रिय जीवन से रहें दूर सद कर्म सदा वे कर पायें। वह…

Other Story