Prerak Prasang: रंगजी की अलौकिक सुंदरता

Prerak Prasang: महापुरुषों की दृष्टि पड़ते ही क्षण भर में जीवन सुंदर हो सकता है। दक्षिण में एक भक्त हुए उनका नाम धनुदास था। प्रारम्भ में वे हेम्मबा नाम की…

Prerak Prasang: समस्या रूपी बंदर

Prerak Prasang: एक बार स्वामी विवेकानंद को बंदरों का सामना करना पड़ा था। वह इस आप बीती को कई अवसरों पर बड़े चाव के साथ सुनाया करते थे। इस अनुभव…

Pauranik Katha: माखन चोर लड्डू गोपाल की लीला

Pauranik Katha: किसी गांव में मक्खन बेचने वाला एक व्यापारी मक्खन लाल रहता था। वह स्वभाव से बहुत कंजूस था, लेकिन जो भी काम करता था बड़ी मेहनत और ईमानदारी…

Prerak Prasang: प्रारब्ध

Prerak Prasang: एक व्यक्ति हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करता था। धीरे-धीरे वह काफी बुजुर्ग हो चला था इसीलिए एक कमरे में ही पड़ा रहता था। जब भी…

Maharishi Vedvyas: महर्षि वेद व्यास कौन थे, जानें उनके जन्म से जुड़ी कहानी

Maharishi Vedvyas: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिया हैं, जिसमें से वेदव्यास (Maharishi Vedvyas) एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी…

Prerak Prasang: शरशय्या पर कितने दिनों के बाद भीष्म पितामह ने त्यागे थे प्राण

Prerak Prasang: महर्षि वेदव्यास की महान रचना महाभारत ग्रंथ के प्रमुख पात्र भीष्म पितामह हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे एकमात्र ऐसे पात्र है, जो महाभारत में…

Prerak Prasang: समाज में कभी एकरूपता नहीं आ सकती!

Prerak Prasang: एक बार एक शिव भक्त धनिक शिवालय जाता है। पैरों में महँगे और नये जूते होने पर सोचता है कि क्या करूँ? यदि बाहर उतार कर जाता हूँ,…

Kahani: परशुराम जी ने क्यों की थी माता रेणुका का वध

Kahani: रेणुका राजा प्रसेनजित अथवा राजा रेणु की कन्या, परशुराम की माता और जमदग्नि ऋषि की पत्नी थी, जिनके पाँच पुत्र थे। रुमण्वान, सुषेण, वसु, विश्वावसु तथा परशुराम। एक बार…

Kahani: अहंकार की रस्सी

Kahani: एक बार एक गुरुदेव अपने शिष्य को अहंकार के ऊपर एक शिक्षाप्रद कहानी सुना रहे थे। एक विशाल नदी जो की सदाबहार थी उसके दोनो तरफ दो सुन्दर नगर…

Kahani: संकल्प का प्रभाव

Kahani: एक गांव में एक नास्तिक रहता था, जिसका नाम शिवराम था। न जाने क्यों, वह भगवान के नाममात्र से ही भड़क उठता था। यहाँ तक कि किसी आस्तिक से…