Pitru Paksha में कागभुषंडी के रूप में कौवे को क्यों कराते हैं भोजन

Pitru Paksha: कौवे के रूप मे दिखने वाले कागभुषंडी जी प्रभु श्रीराम के बहुत बड़े भक्त थे और इन्हें यह वरदान प्राप्त था कि वो समय और टाइम के बाहर…

Pitru Paksha: क्यों दोपहर में होता है पितरों का भोजन, जानें कैसे होता है पिंडदान और तर्पण

Pitru Paksha: पितृ पक्ष, पितरों का याद करने का समय माना गया है। भाद्र शुक्ल पूर्णिमा को ऋषि तर्पण से आरंभ होकर यह आश्विन कृष्ण अमावस्या तक जिसे महालया कहते…

Pitru Paksha: श्रद्धा भाव है और श्राद्ध कर्मकाण्ड

Pitru Paksha: श्रद्धा भाव है और श्राद्ध कर्मकाण्ड। श्रद्धा मन का प्रसाद है। प्रसाद आंतरिक आनंद देता है। पतंजलि ने श्रद्धा को चित्त की स्थिरिता या अक्षोभ से जोड़ा है।…

Pauranik Katha: गया तीर्थ की कथा

Pauranik Katha: ब्रह्माजी जब सृष्टि की रचना कर रहे थे उस दौरान उनसे असुर कुल में गया नामक असुर की रचना हो गई। गया असुरों के संतान रूप में पैदा…

Pitru Paksha: सोलहवें संस्कार की अतिशय महत्ता और श्राद्ध की अनिवार्यता

Pitru Paksha: प्रत्येक आकार का अंत अनिवार्य है। मृत को मृतिका में मिल जाने की अनिवार्यता है। यह विशुद्ध विज्ञान है। ऊर्जा विहीन देह को मृत कहा जा रहा, क्योंकि…

पितृ पक्ष का महत्व, जानिए श्राद्ध की प्रमुख तिथियां

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से सोलह दिवसीय श्राद्ध प्रारंभ होते हैं, लिहाजा 20 सितंबर से श्राद्ध की शुरुआत हो जाएगी और आश्विन महीने की अमावस्या को यानि 6 अक्टूबर,…

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