Pauranik Katha: सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र
Pauranik Katha: राजा हरिश्चंद्र अयोध्या के प्रसिद्ध सूर्यवंशी राजा थे। जो सत्यव्रत के पुत्र थे। इन्हीं के कुल में भगवान श्री राम का जन्म हुआ और रघुकुल की रीत चली…
Pauranik Katha: राजा हरिश्चंद्र अयोध्या के प्रसिद्ध सूर्यवंशी राजा थे। जो सत्यव्रत के पुत्र थे। इन्हीं के कुल में भगवान श्री राम का जन्म हुआ और रघुकुल की रीत चली…
Pauranik Katha: अभिमन्यु वध से व्यथित और क्रोधित अर्जुन ने प्रतिज्ञा की कि ‘मैं कल सूर्यास्त तक अभिमन्यु की मृत्यु में कारण बने जयद्रथ का वध कर डालूँगा, नहीं तो…
Kahani: एक राजा था, जिसकी केवल एक टाँग और एक आँख थी। उस राज्य में सभी लोग खुशहाल थे, क्योंकि राजा बहुत बुद्धिमान और प्रतापी था। एक बार राजा को…
Pauranik Katha: यदुवंश में शूरसेन नाम के एक पराक्रमी क्षत्रिय हुए। उनकी पत्नी का नाम मारिषा था। उनके दस पुत्र हुए। वसुदेवजी उनके सबसे श्रेष्ठ पुत्र थे। इनका विवाह देवक…
Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…
Pauranik Katha: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिए हैं, जिसमें से वेदव्यास एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी हमारे देश…
Pauranik Katha: पौराणिक शास्त्रों में ऐसा वर्णन है जो 100 अश्वमेध यज्ञ पूर्ण कर लेता है, उसे इंद्र का पद मिल जाता है। दानवीर दैत्यराज बलि के विषय में जानिये…
Pauranik Katha: आपने भगवान विष्णु के पुत्रों के नाम पढ़े होंगे। नहीं पढ़ें तो अब पढ़ लें आनंद, कर्दम, श्रीद और चिक्लीत। विष्णु ने ब्रह्मा के पुत्र भृगु की पुत्री…
Kahani: एक नगर में एक जुलाहा रहता था। कपड़े बुनकर बेचा करता था। वह स्वभाव से अत्यंत शांत, विनम्र तथा दयालु था। उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था।…
Kahani: एक धनवान व्यक्ति था। उसके कई सारे मित्र थे, उसमें एक मित्र तो बहुत अधिक निर्धन था। एक दिन धनवान व्यक्ति ने अपने जन्मदिवस पर सभी मित्रों को अपने…