Prerak Prasang: हमारे कर्म से संस्कार की पहचान होती है
Prerak Prasang: एक राजा के पास सुन्दर घोड़ी थी। घोड़ी राजा के लिए पूरी वफादार थी। उसने कई बार युद्व में राजा के प्राण बचाये। कुछ दिनों के बाद इस…
Prerak Prasang: एक राजा के पास सुन्दर घोड़ी थी। घोड़ी राजा के लिए पूरी वफादार थी। उसने कई बार युद्व में राजा के प्राण बचाये। कुछ दिनों के बाद इस…
Prerak Prasang: बहू आज किसी भी सब्जी या दाल में नमक मत डालना। क्यों माँजी? सभी के लिए हफ्ते में एक दिन भोजन में नमक छोड़ने का नियम बना रही…
Kahani: एक बार की बात है एक घर में आग लग गई। घर में से सभी लोगों को निकाला गया। मोहल्ले के कुछ लोग आग बुझाने में लग गए तो…
Kahani: एक समय की बात है किसी नगर में एक बूढ़ा व्यक्ति रहता था, उसकी सात बहुएँ थी। एक बार कार्तिक का महीना आया और उसने अपनी बहुओं से कहा…
Kahani: एक राजा जरूरतमन्दों को अपने महल के आँगन में भोजन करा रहा था। राजा का रसोइया खुले आँगन में भोजन पका रहा था। उसी समय एक चील अपने पंजे…
-मीडिया 360 लिटरेरी फाउंडेशन द्वारा ‘कथा संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली: “भारत विश्व का पहला देश है, जहां कथा का जन्म हुआ। हमें गर्व है कि किस्सागोई की परंपरा…
जब मैं बूढ़ा हो जाऊंगा, एकदम जर्जर बूढ़ा, तब तू क्या थोड़ा मेरे पास रहेगा? मुझ पर थोड़ा धीरज तो रखेगा न? मान ले, तेरे मंहगे कांच का बर्तन मेरे…