Pauranik Katha: जानें कैसे हुई हनुमान चालीसा की रचना

Pauranik Katha: भगवान को अगर किसी युग में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है तो वह युग है कलियुग। इस कथन को सत्य करता एक दोहा रामचरितमानस में तुलसीदास…

स्वाधीनता के अमृत वर्ष महोत्सव पर विशेष: कलियुग में पृथ्वी पर ऋषि है या भारत भाग्य विधाता

उनको किस रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए, यह पाठक स्वयं तय कर लें। उनकी शैक्षिक योग्यता, पारिवारिक पृष्ठभूमि और उनकी शिष्य परंपरा इतनी समृद्ध और अत्याधुनिक है कि किसी…