Pauranik Katha: सन्त के आशीर्वाद का ऋण
Pauranik Katha: एक बार महर्षि नारद बैकुंठ की यात्रा पर जा रहे थे। नारद जी को रास्ते में एक औरत मिली-और बोली, मुनिवर! आप प्रायः भगवान नारायण से मिलने जाते…
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Kahani: गया के आकाशगंगा पहाड़ पर एक परमहंस जी वास करते थे। एक दिन परमहंस जी के शिष्य ने एकादशी के दिन निर्जला उपवास करके द्वादशी के दिन प्रातः उठकर…
Kahani: एक सज्जन ने तोता पाल रखा था और उस से बहुत स्नेह करते थे, एक दिन एक बिल्ली उस तोते पर झपटी और तोता उठा कर ले गई वो…
Kahani: एक व्यक्ति जीवन से हर प्रकार से निराश था। लोग उसे मनहूस के नाम से बुलाते थे। एक ज्ञानी पंडित ने उसे बताया कि तेरा भाग्य फलां पर्वत पर…
Kahani: एक बार एक गाँव में पंचायत लगी थी। वहीं थोड़ी दूरी पर एक सन्त ने अपना बसेरा किया हुआ था। जब पंचायत किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकी, तो…