हुतात्माओं के अपमान का पाप

भारत को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए सशस्त्र क्रान्ति की परम्परा 1947 तक निरन्तर चलती रही। भारत में ब्रिटिश राज की स्थापना के साथ ही सशस्त्र आन्दोलन…

श्रीराम के प्रति कुटिल वाणी से साधु रो पड़ा

स्वामी सुधाकर जी दयालु प्रकृति के स्थित प्रज्ञ साधु हैं। वह अब 82 वर्ष के हो चुके हैं। निष्प्रह भाव से विचरण करते रहते हैं। उनकी साधुता और निर्मल चितवृत्ति…

देश में मुस्लिम राजनीति का उबाल

भारत में 2024 के आम चुनाव के बाद परिस्थितियों ने बड़ी करवट ली है। कांग्रेस और कुछ क्षेत्रीय दलों के तेवरों से अधिक मुस्लिम राजनीति में बड़ा उबाल आया है।…

भारतीय चुनाव और चाचा की चिन्ता

थोथा उड़ाना पड़ता है। उड़ाते समय ध्यान रखना होता है कि आँखों की किरकिरी न बनने पाये। भारतीय लोकतन्त्र का महासमर पूर्ण हुआ। देश की18वीं लोकसभा के परिणामों में भाजपा…

Mount Everest: सागरमाथा के साथ अंग्रेजों ने राधानाथ सिकदर से किया अन्याय

Mount Everest: सागरमाथा (Sagarmatha) संसार के उस शिखर का नाम हुआ करता था जिसे अंग्रेजों ने अन्याय पूर्वक माउण्ट एवरेस्ट (Mount Everest) नाम दे दिया। इसे धरती का मस्तक माना…

लोकतन्त्र को उजाड़ने का हठ

कम सन्तान सुखी इंसान का नारा एक मन्त्र की तरह भारत के अभिजात्य वर्ग ने सबसे पहले स्वीकार किया था। इन्दिरा गाँधी ने तो परिवार नियोजन को लेकर 1972 से…

गुस्से में मौन रहना मेरा स्वभाव रहा है: आडवाणी

गुस्से की स्थिति में किसी को उत्तर देना या बात बढ़ाना मुझे न पसन्द है। मनुष्य होने के नाते किसी प्रिय अथवा अप्रिय लगने वाली बातों पर मानस में प्रतिक्रिया…

World War: इस्लाम की वैचारिक त्रासदी और तीसरे विश्वयुद्ध की आहट

World War: काल का चक्र घूम रहा है। हम सब पृथ्वीवासी निशिवासर एक आशंका को जी रहे हैं। दूसरा विश्वयुद्ध 1939 से 1945 तक चला था। उसकी भयावह स्मृतियों को…

Indian democracy: लोकतन्त्र और जनाक्रोश

Indian democracy: संसार के इतिहास का अवलोकन करने पर अनेक सशक्त राजशाहियों को भू-लुण्ठित होते देखा जा सकता है। बहुत कम राजतन्त्र ऐसे रहे हैं जिनके राजाओं को अन्त समय…

Emergency: इन्दिरा गाँधी की तानाशाही की एक स्मृति

Emergency: भारत में आपातकाल लगे छह महीने बीत चुके थे। इन्दिरा गाँधी (Indira Gandhi) ने पूरे देश को सदा के लिये लोकतन्त्र विहीन करने का मन बना लिया था। राष्ट्रपति…