रोहतक: हरियाणा में पुलिस विभाग से जुड़ी एक और दुखद खबर सामने आई है। रोहतक में मंगलवार को साइबर सेल में तैनात एएसआई (ASI) संदीप लाठा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। चौंकाने वाली बात यह है कि संदीप लाठा वही अधिकारी थे, जो इसी महीने 7 अक्टूबर को आत्महत्या करने वाले आईपीएस (IPS) वाई पूरन कुमार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जाँच कर रहे थे। इस घटना के बाद अब सवाल उठ रहा है कि क्या आईपीएस पूरन कुमार आत्महत्या कांड का एएसआई संदीप लाठा आत्महत्या कांड से कोई गहरा कनेक्शन है?

रिश्वत लेते गनमैन को ASI संदीप ने पकड़ा था

इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत 6 अक्टूबर को हुई थी। मृतक एएसआई संदीप लाठा ने ही आईपीएस वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील को ढाई लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। पूछताछ में गनमैन सुशील ने यह कबूल किया था कि वह यह रिश्वत एक शराब कारोबारी से आईजी पूरन कुमार के कहने पर ले रहा था। आरोप था कि एक गैंगस्टर की धमकी के बाद शराब ठेकेदार ने आईजी पूरन कुमार से मदद मांगी थी, और इस मदद की एवज में ढाई लाख रुपये की माँग की गई थी।

आईजी के गनर सुशील के इस कबूलनामे की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई थी, जिसके बाद रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजरानिया ने बयान जारी कर रिश्वत कांड में आईजी पूरन कुमार का नाम सामने आने की पुष्टि की थी।

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आईपीएस की आत्महत्या के बाद अब ASI ने दिया जान

गनर के पकड़े जाने के बाद आईपीएस पूरन कुमार का तुरंत सुनारिया जेल में तबादला कर दिया गया था। इस घटना के ठीक अगले ही दिन यानी 7 अक्टूबर को आईपीएस पूरन कुमार ने खुदकुशी कर ली थी। अब, इसी हाई-प्रोफाइल मामले के गनर को गिरफ्तार करने वाले एएसआई संदीप लाठा ने आत्महत्या कर ली है। घटना के बाद उनके परिजनों ने पुलिस प्रशासन को एएसआई संदीप का शव सौंपने से इनकार कर दिया है। परिजन शव को लेकर अपने गाँव लाढोत चले गए हैं। इस मामले में पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं और विस्तृत जांच की मांग की जा रही है।

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