Deepawali 2024: दीपावली का त्योहार केवल उत्सव का समय नहीं है, बल्कि यह धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व का भी प्रतीक है। इस पांच दिवसीय पर्व की तैयारी घर की सफाई से लेकर लक्ष्मी पूजन तक हर पहलू में गहराई रखती है। इस दौरान घर की सजावट और साफ-सफाई के साथ-साथ नकारात्मकता को दूर करना भी आवश्यक है।

नकारात्मक चीजों को हटाना

दीपावली से पहले घर की सफाई करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि पुरानी और अनुपयोगी वस्तुएं, जैसे कि कबाड़ और टूटी-फूटी चीजें, तुरंत हटा दी जाएं। ये वस्तुएं घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं और समृद्धि के मार्ग में बाधा डालती हैं। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आपका घर सकारात्मकता से भरा हो।

नए संकल्पों का समय

दीपावली केवल दीप जलाने का पर्व नहीं है; यह अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का संकेत है। यह हमें याद दिलाता है कि हर अंत एक नई शुरुआत का अवसर होता है। इस दिन हमें अपने नकारात्मक विचारों और दृष्टिकोण को छोड़कर नए संकल्प और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

Deepawali

अमावस्या की रात का महत्व

दीपावली की रात, जिसे अमावस्या कहा जाता है, विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। इस रात देवी लक्ष्मी की पूजा का महत्व अत्यधिक है। मत्स्य पुराण के अनुसार, इस रात देवी लक्ष्मी की आरती करना धन और समृद्धि की प्राप्ति का उपाय है। महानिशीथ काल में की गई पूजा से दरिद्रता का नाश होता है।

लक्ष्मी पूजन के विशेष उपाय

लक्ष्मी पूजन के समय कमल के फूलों का आसन बनाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि माता लक्ष्मी का प्रिय पुष्प कमल है। पूजा के दौरान, माता लक्ष्मी की मूर्ति को कमल के आसन पर स्थापित करें, जिससे आपकी पूजा और भी फलदायी बनेगी।

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मंत्र जाप का महत्व

अगर आप नियमित रूप से माता लक्ष्मी की उपासना नहीं कर पाते हैं, तो दीपावली की रात एक माला यानी 108 बार लक्ष्मी के मंत्र का जाप जरूर करें। यह न केवल आर्थिक समृद्धि लाने में सहायक होगा, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति भी प्रदान करेगा। इस दीपावली, अपने घर को नकारात्मकता से मुक्त करें और सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करें। एक स्वच्छ और सकारात्मक वातावरण बनाकर, आप न केवल लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे, बल्कि अपने जीवन में खुशियों और समृद्धि के द्वार खोलेंगे।

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