Newschuski Digital Desk: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के मौके पर दोनों देशों के गहरे रिश्तों की एक मधुर झलक इंटरनेट पर वायरल हो रही है। यह झलक है रूसी डांसरों के ज़ोरदार डांस की, जो उन्होंने बॉलीवुड के मशहूर गाने ‘मुंडियां तो बच के’ पर किया है। वीडियो में रूसी कलाकारों ने भारतीय पोशाक पहन कर इतनी फुर्ती और उत्साह से डांस किया है कि देखने वाला हैरान रह जाता है। यह वीडियो दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक रिश्तों की जीती-जागती तस्वीर पेश कर रहा है।
वाराणसी में पुतिन के लिए खास स्वागत
इसी बीच, पुतिन के भारत आने से पहले उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी एक अनूठा नज़ारा देखने को मिला। यहां के लोगों ने रूसी राष्ट्रपति के आगमन की खुशी में उनकी तस्वीर की आरती उतारी और एक भव्य स्वागत मार्च भी निकाला। यह प्यार भरा स्वागत दोनों राष्ट्रों की जनता के बीच सद्भावना को दिखाता है।
क्यों हैं यह यात्रा खास
राष्ट्रपति पुतिन चार साल बाद भारत की यह महत्वपूर्ण यात्रा कर रहे हैं। वैश्विक राजनीति में तेज़ बदलाव और रूस-यूक्रेन तनाव के बीच यह दौरा और भी अहम हो जाता है। इस यात्रा का मुख्य फोकस दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और मज़बूत करना है।
Diplomacy With A Beat – Russians Make Desi Moves Ahead Of Putin's Visit 🇮🇳 🇷🇺
With President Putin arriving tomorrow, this video of Russian dancers perfecting Indian choreography showcases the vibrant cultural bond shared by the two nations.
📹 @Kanthan2030 pic.twitter.com/7XyzeEjZLe
— RT_India (@RT_India_news) December 3, 2025
पुतिन का कार्यक्रम, डिनर से लेकर बिजनेस फोरम तक
पुतिन की यात्रा की शुरुआत गुरुवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक निजी रात्रिभोज से हुई, जिसे डिनर डिप्लोमेसी का अहम पल माना जा रहा है।
शुक्रवार का कार्यक्रम
राजघाट दौरा: महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देना।
औपचारिक स्वागत: राष्ट्रपति भवन में समारोह।
शिखर वार्ता: प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापक चर्चा, जिसमें व्यापार, तकनीक, अंतरिक्ष और नवाचार जैसे मुद्दे शामिल हैं।
बिजनेस फोरम: भारत-रूस व्यापार मंच को संबोधित करना।
राजकीय भोज: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज में शामिल होना।
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आर्थिक सहयोग पर है जोर
इस यात्रा में कई बड़े द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक आर्थिक सहयोग के लिए एक रणनीतिक रोडमैप तैयार करना है। पहले से ही 2024 में दोनों देशों के बीच व्यापार 63.6 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है, जिसमें ऊर्जा, उर्वरक और मशीनरी जैसे क्षेत्र अहम हैं। यह यात्रा इस साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मौका है।
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