तो सुदृढ़ करो ताना बाना।
हो पड़ोसी हितकर अपना
बजता वहीं आनन्द तराना।।
भारत इस सुविधा से वंचित
अतः नीति य़ह नहीं चलेगी।
सोचो और विचारो मिलकर
है बनी सोच वह नहीं टलेगी।।
इजराइल को मिला सुअवसर
चूक हुई पछतायेगा निश्चित।
चूक न होवे कहीं तनिक भी
करना होगा पूर्ण सुनिश्चित।।
यही सीख सम्पूर्ण विश्व को
मिलकर चलना सीखें सारे।
वसुधा है परिवार हमारा
सुख शांति का मार्ग विचारें।।
– बृजेंद्र
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