प्रतापगढ़। भगवान विष्णु के छठें अवतार भगवान परशुराम की जयंती विधि विधान से पूजन अर्चन के साथ मनाया गया। कोविड-19 की वजह से लोग एकत्र नहीं हुए और सामूहिक पूजन नहीं हुआ। ब्रह्मदेव समाज के लोगों ने अपने- अपने घर पर ही भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चन की। इसके उपरांत परिवार जनों के साथ भगवान परशुराम चालीसा पाठ के साथ आरती उतारी गई।
इस दौरान इस वैश्विक महामारी कोरोना से निजात हेतु प्रार्थना किया गया। इस दौरान पंडित शिवेश शुक्ल एडवोकेट ने कहा कि भगवन परशुराम सिर्फ एक समाज के लिए ही नहीं बल्कि पूरे समाज के प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए लोगो को संबल देने का कार्य किया था।
महापुरुषों के जीवन प्रसंगों से सबको जीने की राह मिलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति विविधताओं से भरी पर अनेकता में एकता ही हमारी सबसे बडी पहचान है। एक दूसरे का सम्मान करने के साथ राष्ट्र हित को सर्वोपरि मानकर कार्य करना सबका कर्तव्य है।
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