Pariksha Pe Charcha 2024: सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग बस्ती में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ‘परीक्षा पर चर्चा’ (Pariksha Pe Charcha) का सजीव प्रसारण हुआ, जिसे सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग और सरस्वती बालिका विद्या मंदिर रामबाग के हजारों भैया-बहनों ने देखा। ऑनलाइन माध्यम से विद्यालय के प्रधानाचार्य गोविन्द सिंह, उप प्रधानाचार्य विजय प्रताप पाठक ने भैयाओं/बहनों, आचार्यों, कर्मचारियों के साथ बैठकर कार्यक्रम हिस्सा बने।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बच्चों के तनाव को कम करने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि मैं चुनौतियों को ही चुनौतियां देता हूं। पीएम ने कहा, हमें किसी भी प्रेशर को झेलने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाना चाहिए। दबाव को हमें अपने मन की स्थिति से जीतना जरूरी है। किसी भी प्रकार की बात हो, हमें परिवार में भी चर्चा करनी चाहिए। पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रतिस्पर्धा से बचने के तरीके और किस तरह से दबाव मुक्त रहते हुए एग्जाम की तैयारी की जाए, इस संबंध में टिप्स दिये।
उन्होंने कहा कि मोबाइल ही नहीं, बल्कि किसी भी चीज का अति किसी का भला नहीं करता। हर चीज के लिए एक मानदंड होना चाहिए, उसका एक आधार होता है। किसी भी चीज का कितना उपयोग करना चाहिए, इसका विवेक होना बहुत जरूरी है। उन्होंने ज्यादा रील्स देखने के नुकसान बताए। उन्होंने कहा कि अगर आप एक के बाद एक रील्स देखते रहेंगे, तो काफी समय बर्बाद हो जाएगा, आपकी नींद खराब होगी। जो कुछ आपने पढ़ा है वो याद नहीं रहेगा। अगर आप नींद को कम आंक रहे हैं, तो ये ठीक नहीं है। आधुनिक हेल्थ साइंस भी नींद के महत्व पर जोर देती है। आप नींद आवश्यक लेते हैं या नहीं, यह आपके स्वास्थ्य पर ध्यान देता है। जिस उमर में हैं, उसमें जिन चीजों की जरूरत है वो आहार में है या नहीं यह जानना जरूरी है, हमारे आहार में सुतंलन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, फिटनेस के लिए एक्सरसाइज करना चाहिए, जैसे रोज टूथब्रश करते हैं वैसे ही नो कॉम्प्रोमाइज एक्सरसाइज करनी चाहिए।
चेन्नई के एक छात्र ने पीएम मोदी से सवाल किया कि वो प्रधानमंत्री के रूप में बड़े-बड़े प्रेशर कैसे हैंडल कर पाते हैं? इसके बारे में उन्होंने बताया कि मैं चुनौतियों को ही चुनौतियां देता हूं। मैं मानता हूं कि कुछ भी क्यों न हो, मेरे साथ 140 करोड़ देशवासियों का साथ है। मैं अपनी शक्ति देश के सामर्थ्य बढ़ाने में लगा रहा हूं। इसके लिए मैं देश की शक्ति और सामर्थ्य पर भरोसा करता हूं। मैं ये नहीं सोचता कि मैं ये सब कैसे कर पाऊंगा। मैं जिनके लिए काम कर रहा हूं उनपर मेरा अपार भरोसा है। अगर मुझसे कोई गलती भी हो जाती है, तो मैं इसे एक सबक मानता हूं और निराश नहीं होता। कोराना के दौर में मैंने रोजाना देशवासियों से बात की, उन्हें मोटिवेट किया, इससे उनकी सामर्थ्य बढ़ती थी। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब कोई निजी स्वार्थ नहीं होता, तो निर्णय लेने में कोई दुविधा नहीं होती। ये मेरी सबसे बड़ी ताकत है। मैं जो करूंगा देश के लिए करूंगा, आपके लिए करूंगा, मेरा क्या होगा इसकी मुझे कोई परवाह नहीं है।
इसे भी पढ़ें: संकष्टी चतुर्थी, जानें क्यों मनाते हैं सकट चौथ
वहीं, कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य ने भी समस्त विद्यालय परिवार का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ‘परीक्षा पर चर्चा-2024’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने आज जो-जो महत्वपूर्ण बातें बताईं, हम उनका अनुसरण अपने जीवन और इस आगामी परीक्षा में जरूर करें, सभी छात्रों को इससे बहुत लाभ होगा। इस कार्यक्रम में भैया/बहन तथा विनोद सिंह, राजीव कुमार श्रीवास्तव, अश्वनी कुमार पाण्डेय, अंकित कुमार गुप्ता, दीपक चौधरी आदि आचार्य बंधुओं ने मनोयोगपूर्वक भाग लिया।
इसे भी पढ़ें: भाजपा ने नीतीश और लालू को जिंदा कर दिया