DGP murder case: कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश की चौंकाने वाली हत्या ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। एक ओर जहां एक सम्मानित अधिकारी की हत्या का आरोप उसकी पत्नी और बेटी पर लगा है, वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले में कई परतें हैं जो रिश्तों, संपत्ति और मनोवैज्ञानिक दबाव के त्रिकोण को उजागर करती हैं।
कैसे हुई हत्या
बेंगलुरु पुलिस के अनुसार, 20 अप्रैल को ओमप्रकाश और उनकी पत्नी पल्लवी के बीच एक बार फिर तीखा झगड़ा हुआ। तनाव इस कदर बढ़ गया कि ओमप्रकाश अपना घर छोड़कर अपनी बहन सरिता के पास चले गए, जो एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं। लेकिन अगली दोपहर उनकी बेटी कृति उन्हें मनाकर वापस घर ले आई।
घर लौटने के बाद एक बार फिर बहस शुरू हुई और देखते ही देखते यह बहस एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई। पल्लवी ने कथित रूप से चाकू से ओमप्रकाश पर एक के बाद एक 8 से 10 वार किए– सीने, पेट और हाथ पर। इससे घर का पूरा वातावरण खून से सन गया।
20 मिनट तक तड़पते रहे ओमप्रकाश
हत्या के बाद ओमप्रकाश लगभग 20 मिनट तक जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे। इस दौरान न तो उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया और न ही कोई मदद बुलाई गई। उनकी पत्नी और बेटी वहीं खड़ी होकर यह भयावह दृश्य देखती रहीं। आखिरकार जब उनकी सांसें थम गईं, तब पल्लवी ने पुलिस को सूचना दी। लेकिन उससे पहले, पल्लवी ने एक अन्य पूर्व डीजीपी की पत्नी को वीडियो कॉल पर यह कहते हुए बताया, “मैंने मॉन्स्टर को खत्म कर दिया।”
संपत्ति, शक और प्रताड़ना: हत्या की असली वजहें
मूल रूप से बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले ओमप्रकाश ने बेंगलुरु में काफी संपत्ति अर्जित की थी– फार्महाउस, फ्लैट्स, प्लॉट्स। इनमें से कुछ संपत्तियां उनकी पत्नी और बेटी के नाम भी थीं। पुलिस को शक है कि इसी संपत्ति को लेकर परिवार में तनाव गहराता चला गया। पल्लवी ने एक IPS फैमिली वॉट्सऐप ग्रुप पर भी लिखा कि, “मेरे पति मुझे और मेरी बेटी को बहुत प्रताड़ित कर रहे हैं। वे आए दिन बंदूक तानते थे और गोली मारने की धमकी देते थे।”
बेटे का बयान और घटनास्थल के सुराग
ओमप्रकाश के बेटे कार्तिकेश ने अपनी मां और बहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उसने बताया कि उसके पिता पिछले कुछ दिनों से प्रताड़ित किए जा रहे थे और इसलिए वह बहन के घर चले गए थे। घटना के वक्त वह घर पर नहीं था और एक कॉल मिलने पर जब लौटा, तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। पुलिस को घटनास्थल से एक टूटी हुई शराब की बोतल और खून से सना चाकू बरामद हुआ है, जो हत्या में इस्तेमाल हुआ था।
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रंगीन मिजाज और कथित अफेयर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ओमप्रकाश एक रंगीन मिजाज अफसर थे। उनके फार्महाउस पर हाईप्रोफाइल पार्टियां होती थीं। पल्लवी ने अपने बयान में उनके कई महिलाओं से अवैध संबंधों का भी आरोप लगाया है। यह भी कहा जा रहा है कि इन वजहों से घर में लंबे समय से कलह का माहौल था।
आत्मरक्षा या सुनियोजित हत्या
पल्लवी का दावा है कि उसने आत्मरक्षा में यह कदम उठाया। उसके अनुसार, ओमप्रकाश ने उस पर पिस्टल तान दी थी और जान से मारने की धमकी दी थी। इसी डर में उसने बोतल से हमला किया और फिर चाकू उठाकर वार किया। लेकिन पुलिस फिलहाल इस दावे की सच्चाई, बेटी की भूमिका और हत्या की पूर्व-योजना की जांच कर रही है।
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